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केरल बाढ़: आर्टिकल में RSS से जुड़ी मैगजीन ने नरेंद्र मोदी सरकार को सुनाई खरी-खरी, बाद में कहा- साइट हैक हो गई

केसरी नाम की साप्ताहिक पत्रिका में एक लेख छपा है, जिसमें केरल बाढ़ आपदा में नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली केंद्र सरकार के रोल को लेकर आलोचना की गई थी. लेख में कहा गया कि जिस तरह से मोदी सरकार बर्ताव कर रही है, वह प्रतिशोध जैसा लगता है. बाद में लेख को साइट से हटा लिया गया.

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  • August 23, 2018 1:51 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

कोच्चि. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ी एक मलयालम साप्ताहिक पत्रिका केसरी की वेबसाइट ने बुधवार को केरल बाढ़ पर केंद्र सरकार की आलोचना वाले एक लेख को अपनी वेबसाइट से हटा लिया. बयान में मैगजीन ने कहा कि साइट हैक हो गई थी. लेख में कहा गया कि केंद्र सरकार केरल में बाढ़ राहत कार्यों में बदले की भावना से काम कर रही है.

कुछ ही घंटों बाद वेबसाइट से इस लेख को हटा लिया गया और लिखा गया कि उसका इससे कोई लेना-देना नहीं है. केसरी के एडिटर की ओर से लिखा गया, ”किसी ने केसरी की वेबसाइट को हैक कर 22 अगस्त के लेख पर वह आर्टिकल पब्लिश कर दिया. इस लेख का अखबार और उसके एडिटर से कोई लेना-देना नहीं है”.

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जब केसरी के अॉफिस में संपर्क करने की कोशिश की गई तो जवाब मिला कि एडिटर एनआर मधु बुखार के कारण छुट्टी पर हैं. जब उन्हें कॉल की गई तो फोन नहीं उठाया. देर रात एक बयान जारी कर मधु ने कहा कि वेबसाइट को हैक कर लिया गया था. लेख में जो भी कहा गया वह केसरी की राय नहीं थी और इस संबंध में पुलिस और साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई गई है.

क्या है लेख में: ”संघ के दोस्तों” को संबोधित करते हुए लेख में कहा गया कि यह दक्षिणपंथी धड़े, केरल और खुद से धोखा होगा, अगर हम राज्य से हुई बेरुखी के बारे में नहीं बोलेंगे.” मंगलवार को केंद्र सरकार ने 600 करोड़ रुपये जारी किए, जबकि राज्य सरकार ने 26,00 करोड़ रुपये की सहायता मांगी थी. राज्य में केंद्र की ओर से पर्याप्त सहायता न मिलने को लेकर भी गुस्सा है.

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लेख के मुताबिक, ”केंद्र सरकार को यह बात पता है कि काफी संघ समर्थक भी बाढ़ के कारण प्रभावित हुए हैं, लेकिन मामूली राजनीतिक फायदे के लिए पूरे केरल को सजा दी जा रही है.” लेख में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की तारीफ करते हुए कहा गया कि केंद्र सरकार ने उनके द्वारा दिखाई गई राजनीतिक सभ्यता की भी परवाह नहीं की. सीएम ने कहा था कि राज्य सरका को केंद्र से पूरा सहयोग मिल रहा है.

लेख में कहा गया, ”केरल के बिना हम कुछ नहीं हैं. भारत के लिए भावनाएं होने के साथ-साथ हर ”संघपुत्रन ” के मन में केरल के लिए भी फीलिंग्स हैं. लेख में बीजेपी की अगुआई वाली केंद्र सरकार द्वारा आपदा को राजनीतिक ढंग देने को लेकर खरी-खोटी सुनाई गई.

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