भाजपा-पीडीपी गठबंधन टूटन के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह जम्मू में रैली को संबोधित कर रहे हैं. यह रैली भाजपा के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर आयोजित की गई है. रैली में अमित शाह ने कहा है कि उनका जम्मू-कश्मीर से उनका दिल और खून का रिश्ता है.
श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर में भाजपा-पीडीपी गठबंधन टूटन के बाद पहली बार जम्मू में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह एक रैली का संबोधित कर रहे हैं. बीजेपी पार्टी संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के मौके जम्मू पहुंचे हैं. अमित शाह ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा है कि जम्मू-कश्मीर से उनका खून और दिल का रिश्ता है. उन्होंने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने यहां बलिदान दिया है. अमित शाह ने शाह ने कहा कि उनके लिए सरकार कोई मायने नहीं रखती है लेकिन जम्मू का विकास और लोगों की सुरक्षा उनकी लिए मायने रखती है.
अमित शाह ने कहा कि वे 1 साल पहले वहां आए थे, उस दौरान वहां बीजेपी-पीडीपी की गठबंधन सरकार थी. लेकिन सरकार उनके लिए कोई मायने नहीं रखती. उन्होंने कहा कि यहां का विकास और लोगों की सलामती मायने रखती है. इसके साथ ही उन्होंने कहा जम्मू और लद्दाख में विकास नहीं हुआ है. पीएम नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार ने विकास के लिए पैसा भी भेजी लेकिन उनका इस्तेमाल नहीं किया गया. अमित शाह ने कहा कि लद्दाख और जम्मू में विकास में समानता ना होने की वजह से बीजेपी ने सत्ता छोड़ दी.
वहीं राइजिंग कश्मीर के एडिटर शुजात बुखारी की हत्या पर अमित शाह ने कहा कि किसी भी अखबार का एडिटर जो चाहे लिख सकता है. लेकिन यहां अखबार में कुछ लिखने के पर हत्या कर दी जाती है. इसलिए उन्होंने सोचा कि सत्ता में पक्ष में रहने से अच्छा तो विपक्ष में रहना है. अमित शाह ने कहा कि बीजेपी चाहती थी कि लद्दाख और जम्मूकश्मीर का विकास साथ हो. लेकिन ऐसा हुआ कुछ नहीं. अमित शाह ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां दो परिवारों ने कांग्रेस पार्टी के साथ जाकर बारी-बारी सरकार बनाई है. उन्होंने कहा कि अगर इन सभी की प्रोप्रटी मिला दी जाए तो वह जम्मू के लोगों के बराबर होगी.
अमित शाह ने कहा कि लोगों के सवाल हैं कि बीजेपी अलग क्यों हुई. अमित शाह ने कहा वे चाहते थे कि इस बात का जवाब वे जम्मू जाकर सभी लोगों के बीच में दें. उन्होंने कहा कि विकास के लिए महबूबा मुफ्ती सरकार को 80 हजार करोड़ रुपए दिए गए लेकिन उसके बाद भी जम्मू का विकास नहीं हुआ. अमित शाह ने आगे बताया कि केंद्र सरकार की ओर से पश्मीना के विकास के लिए 40 करोड़ रुपए दिए गए. पंपोर हाट के लिए भी 45 करोड़ रुपए दिए गए. आगे उन्होंने कहा कि तीन पीढ़ियों तक नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी ने शासन किया लेकिन पश्मीना और पंपोर का विकास नहीं हुआ.