लखनऊ। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को लोकसभा चुनाव के बाद से कई तरह की अफवाहें उड़ रही हैं। समय-समय पर उनके इस्तीफे की चर्चा भी आती रहती है। विपक्ष भी इस बात को खूब हवा दे रहा कि केंद्रीय नेतृत्व योगी को सीएम पद से हटाना चाहता है। इन सबके बीच योगी आदित्यनाथ ने […]
लखनऊ। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को लोकसभा चुनाव के बाद से कई तरह की अफवाहें उड़ रही हैं। समय-समय पर उनके इस्तीफे की चर्चा भी आती रहती है। विपक्ष भी इस बात को खूब हवा दे रहा कि केंद्रीय नेतृत्व योगी को सीएम पद से हटाना चाहता है। इन सबके बीच योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा बयान दिया है। उनके बयान के कई मायने निकाले जा रहे। सीएम योगी ने कहा कि कोई संत या योगी सत्ता का गुलाम नहीं होता है।
सीएम योगी बाबा कीनाराम के 425वें जन्मोत्सव समारोह के अवसर पर चंदौली पहुंचे हुए थे। जहां उन्होंने इशारों ही इशारों में कहा कि संत और योगी सत्ता के गुलाम नहीं होते हैं। वो हमेशा राष्ट्र और समाज उत्थान के बारे में सोचते हैं। देश इसलिए गुलाम हुआ क्योंकि विदेशी आक्रांता हमारे समाज को बांटने में सफल रहे। संत तो समाज को एकजुट होकर रहने के लिए कहता है। इस दौरान सीएम ने संत कीनाराम की उपलब्धियों का भी जिक्र किया।
एक संत और एक योगी सत्ता का गुलाम नहीं होता है… pic.twitter.com/o6xCa8Eorx
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 1, 2024
सीएम ने कहा कि संत कीनाराम ने समाज को जोड़ा।दलितों को, आदिवासियों को, वनवासियों को उन्होंने बिना किसी भेदभाव के एक करने का काम किया। यह एक योगी ही कर सकता है। कीनाराम ने मुग़ल आक्रांताओं को भी सबक सिखाया। ये सभी चीजें दिखाती है कि एक संत और योगी सत्ता का गुलाम नहीं होता है। वह अपने क़दमों पर लोगों को चलने को मजबूर करता है।
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