लखनऊ। कानपुर देहात के सिकंदरा तहसील में तैनात एक राजस्व लेखपाल को एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा है। लेखपाल पर आरोप है कि कई दिनों से जमीन के मामले में मुन्ना सिंह नाम के शख्स को परेशान कर रहा था जिसको लेकर पीड़ित ने एंटी करप्शन से लेखपाल की […]
लखनऊ। कानपुर देहात के सिकंदरा तहसील में तैनात एक राजस्व लेखपाल को एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा है। लेखपाल पर आरोप है कि कई दिनों से जमीन के मामले में मुन्ना सिंह नाम के शख्स को परेशान कर रहा था जिसको लेकर पीड़ित ने एंटी करप्शन से लेखपाल की शिकायत की। जिस पर एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, कानपुर देहात के अकबरपुर थाना क्षेत्र की सिकंदरा तहसील में तैनात लेखपाल संजीव सचान पिछले कई दिनों से पीड़ित मुन्ना सिंह को जमीन के कुर्रा बंदी के निपटारे को लेकर रिश्वत की मांग कर रहा था। आरोप है कि लेखपाल ने काम करने के बदले पैसे की डिमांड की थी जिसको लेकर फरियादी ने लखनऊ की एंटी करप्शन टीम को इस बात की जानकारी दी। शिकायत मिलने के बाद टीम ने कानपुर देहात पहुंचकर रिश्वत मांगने वाले लेखपाल संजीव सचान को कार में बैठे पीड़ित से 18 हजार की घूस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
पीड़ित की शिकायत पर एन्टी करप्शन टीम ने लेखपाल को गिरफ्तार कर लिया और उसको कानपुर देहात के अकबरपुर थाने ले आई। जहां आरोपी लेखपाल को छुड़ाने के लिए लेखपाल एसोसिएशन के लोग थाने में इकट्ठा होकर हंगामा करने लगे। लेखपाल एसोसिएशन के सदस्यों का कहना है कि गिरफ्तार लेखपाल निर्दोष है। आरोपी लेखपाल के समर्थन में संगठित हुए लेखपालों ने इस आरोप को गलत ठहराया तथा जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों से भी इस प्रकरण में चर्चा की, लेकिन अधिकारियों ने इस मामले में संगठन का साथ नहीं दिया।
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