गांधीनगर : अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के दौरान एक हादसा हुआ। निर्माणाधीन पुल ढह गया और भारी कंक्रीट के मलबे में मजदूर फंस गए। दो मजदूरों के शव बरामद किए गए। हादसे के तुरंत बाद बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। माही नदी के पास चल रहे बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में यह हादसा हुआ है. […]
गांधीनगर : अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के दौरान एक हादसा हुआ। निर्माणाधीन पुल ढह गया और भारी कंक्रीट के मलबे में मजदूर फंस गए। दो मजदूरों के शव बरामद किए गए। हादसे के तुरंत बाद बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। माही नदी के पास चल रहे बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में यह हादसा हुआ है. इस हादसे का वीडियो भी सामने आया है।
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) ने एक बयान में कहा कि मंगलवार (5 नवंबर) शाम को माही नदी पर तीन मजदूर कंक्रीट ब्लॉकों के बीच फंस गए। एक मजदूर को बचा लिया गया है, उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
#WATCH | Gujarat: Concrete blocks collapsed at a construction site of the bullet train project in Anand, today. Rescue operations are underway. Anand police, fire brigade officials have reached the spot.
National High Speed Rail Corporation Limited says, "Today evening at Mahi… pic.twitter.com/LapwfEOo5h
— ANI (@ANI) November 5, 2024
आपको बता दें कि मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर के लिए गुजरात में कुल 20 नदी पुलों में से 12 का निर्माण पूरा हो चुका है। मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर कुल 508 किलोमीटर लंबा है। NHSRCL ने कहा कि गुजरात के नवसारी जिले में खरेरा नदी पर 120 मीटर लंबा पुल हाल ही में बनकर तैयार हुआ है। इसके साथ ही 12 पुलों का निर्माण पूरा हो चुका है।
बुलेट ट्रेन परियोजना में गुजरात का 352 किलोमीटर और महाराष्ट्र का 156 किलोमीटर हिस्सा शामिल है। इसमें मुंबई, ठाणे, विरार, बोईसर, वापी, बिलिमोरा, सूरत, भड़ौच, वडोदरा, आनंद/नडियाद, अहमदाबाद और साबरमती जैसे कुल 12 स्टेशन शामिल हैं।
इस परियोजना के पूरा होने के बाद अहमदाबाद और मुंबई के बीच की दूरी महज तीन घंटे में तय हो जाएगी। फिलहाल इस सफर में छह से आठ घंटे लगते हैं। नवसारी जिले में खरेरा नदी पर पुल 29 अक्टूबर 2024 को बनकर तैयार हो चुका है। मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन के वापी और सूरत बुलेट ट्रेन स्टेशनों (दक्षिण गुजरात में) के बीच नौ पुल हैं। खरेरा अंबिका नदी की सहायक नदियों में से एक है। यह गुजरात और महाराष्ट्र के सीमावर्ती क्षेत्र में वंसदा तालुका की पहाड़ियों से निकलती है। यह नदी वापी बुलेट ट्रेन स्टेशन से लगभग 45 किमी और बिलिमोरा स्टेशन से 6 किमी दूर है।
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