लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा विसर्जन के दौरान ब्राह्मण युवक की हत्या के बाद से हालात ठीक नहीं हुए हैं। हिंसा के बाद से पुलिस दंगाइयों को ढूंढने में लगी हुई है। जिस अब्दुल हमीद के घर में रामगोपाल मिश्रा की बेरहमी से हत्या की गई वह पूरे परिवार के साथ फरार है। […]
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा विसर्जन के दौरान ब्राह्मण युवक की हत्या के बाद से हालात ठीक नहीं हुए हैं। हिंसा के बाद से पुलिस दंगाइयों को ढूंढने में लगी हुई है। जिस अब्दुल हमीद के घर में रामगोपाल मिश्रा की बेरहमी से हत्या की गई वह पूरे परिवार के साथ फरार है। इस घटना से भड़के हिंदू सीएम योगी से यही मांग कर रहे हैं कि उसे मिलते ही बीच सड़क पर ठोक दिया जाए।
इस घटना के मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद का घर महाराजगंज में बड़ी मस्जिद के पास है। यहां पर 80 फीसदी आबादी मुसलमानों की है। हिंसा के बाद से अब्दुल हमीद का पूरा परिवार फरार है। उसके 4 बेटे और एक बेटी है। बेटों का नाम पिंटू, रिंकू, सबलू, फहीम और बेटी का नाम रुख्सार है। अब्दुल के घर के बगल में एक हिन्दू परिवार रहता है। उनका कहना है कि अब्दुल का बड़ा बेटा पिंटू हिस्ट्रीशीटर रह चुका है। उसके ऊपर गैंगस्टर एक्ट लगाया गया था, वह अपने परिवार के साथ नेपाल चला गया।
पूरा मामला हरदी थाने के रेहुआ मंसूर गांव का है। रविवार शाम को मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के लिए भीड़ पर महराजगंज बाजार में मुसलमानों ने पथराव कर दिया। इतना ही नहीं उन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग की। इसमें रेहुआ मंसूर गांव के 22 साल के राम गोपाल मिश्रा को गोली लग गई, जिससे उसकी मौत हो गई। एक अन्य शख्स बुरी तरह से घायल है। राम गोपाल की शादी को सिर्फ 4 महीने हुए थे। परिजन आरोप लगा रहे कि मुसलमानों की भीड़ ने खींचकर बाहर निकाला पर फिर गोली मार दी।
फारूक अब्दुल्ला ने हिंदुओं का नाम लेकर कांग्रेस की कर दी घनघोर बेइज्जती, सन्न रह गए राहुल
मां दुर्गा की मूर्ति को तोड़कर ठहाके लगा रहे थे मुस्लिम, फिर गुस्साए हिंदू ने…