नई दिल्ली। मथुरा वृंदावन में लोग भक्ति और शांति के लिए जाते हैं। कई लोग मोह-माया त्याग वृंदावन में ही सादा जीवन जीते हैं। ऐसा ही एक जवान लड़का भगवान की भक्ति करने और संत बनने के लिए वृंदावन गया था। लेकिन वहां उसके साथ जो हुआ, वो जानकर आप हैरान हो जाएंगे। दिल्ली से एक युवक संत बनने के लिए खुशी खुशी मथुरा आया। युवक की उम्र काफी कम थी, लेकिन वह सांसारिक सुखों को त्यागकर संन्यासी बनना चाहता था। जिसके बाद वह आश्रम में रहने लगा और वह सभी काम करने लगा जो संन्यासी बनने के लिए जरूरी होते हैं। लेकिन एक दिन आश्रम के एक साधु ने उसे एक कमरे में बंद कर दिया। युवक 8 दिनों तक उस कमरे में बंद रहा।
युवक के साथ आश्रम के ही महंत ने दुष्कर्म किया। पीड़ित ने भागने की कोशिश की तो उसे बंधक बना लिया गया। पुलिस ने अभी तक पूरे मामले में सिर्फ मारपीट की रिपोर्ट दर्ज की है। पीड़ित ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित दिल्ली का रहने वाला है। पिछले दिनों उसकी मुलाकात दिल्ली में एक साधु से हुई, जिसका नाम निशांत उर्फ नंद गोपाल था और वह बरसाना में महल वृंदावन भजन कुटीर राधा नगरी का महंत है।
युवक का आरोप है कि निशांत उर्फ नंद गोपाल उसे सन्यास दिलाने के लिए बरसाना ले आया और महल वृंदावन भजन कुटीर बरसाना में ही रखने लगा। इधर, भजन कुटीर के मुख्य महंत राधा मोहन दास जब 12 जनवरी को आश्रम से चले गए तो निशांत उर्फ नंद गोपाल ने उनके साथ दुष्कर्म किया और जब वह भागने की कोशिश की तो उन्हें एक कमरे में बंधक बना लिया गया। युवक का आरोप है कि निशांत उर्फ नंद गोपाल युवकों को किन्नर भी बनाता है और वह उसे भी किन्नर बनाना चाहता था। पीड़ित ने गुरुवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है।
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