लखनऊ। उत्तर प्रदेश में इन दिनों अखिलेश यादव और सीएम योगी आदित्यनाथ के बीच जबरदस्त जुबानी जंग देखने को मिल रही है। गुरुवार को मठाधीश और माफिया वाले बयान को लेकर दोनों एक दूसरे पर वार-पलटवार कर रहे थे। इसी बीच अखिलेश ने आज फिर योगी को निशाने पर लिया है। साधु वेश में धूर्त […]
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में इन दिनों अखिलेश यादव और सीएम योगी आदित्यनाथ के बीच जबरदस्त जुबानी जंग देखने को मिल रही है। गुरुवार को मठाधीश और माफिया वाले बयान को लेकर दोनों एक दूसरे पर वार-पलटवार कर रहे थे। इसी बीच अखिलेश ने आज फिर योगी को निशाने पर लिया है।
अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया है कि भाषा से असली संत-महंत को पहचानिए। दुनिया में साधु के वेश में कितने धूर्त घूम रहे हैं। अखिलेश के इस पोस्ट पर बवाल शुरू हो गया है। कोई इसे सीएम योगी पर कटाक्ष बता रहा है तो कोई इसे साधु-संतों का अपमान बता रहा। यूजर्स अखिलेश के पोस्ट को लेकर दो खेमों में बंटे हुए दिख रहे। कोई अखिलेश को अपनी भाषा पर ध्यान देने को कह रहा है तो कोई उन्हें सपोर्ट कर रहा है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 20, 2024
अखिलेश यादव ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मैंने कभी किसी साधु-संत को माफिया नहीं कहा है। जहां तक मैं जानता हूं, जिसे क्रोध आता हो वह योगी कैसे हो सकता है? इसलिए मैं कहता हूं कि हमारे सीएम योगी मठाधीश मुख्यमंत्री हैं। हमारी और उनकी तस्वीर देख लो आप कि कौन माफ़िया दिखता है। योगी पहले ऐसे सीएम हैं, जिन्होंने खुद से अपने मुकदमे हटाए हैं।
इससे पहले अयोध्या की मिल्कीपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर हमला किया। उन्होंने बिना नाम लिए हुए कहा कि सपा सरकार में बबुआ अपने घर के बाहर नहीं निकलता था। दोपहर 12 बजे तो वह सोकर ही उठता था। इनकी सरकार में प्रदेश के सभी माफिया इनके लिए चच्चा जान जैसे थे। माफियाओं के सामने घुटने टेकने वाले संत परंपरा को माफिया कह रहा है।