तेलंगाना के कुर्नूल जिले से बाइबिल की प्रतियां जालने का वीडियो सामने आया है. एसोसिएशन ऑफ इंटीग्रेटेड क्रिश्चियन काउंसिल (एआईसीसी) के राष्ट्रीय निदेशक जॉन बेनी लिंगम आरएसएस के स्थानीय कार्यकर्ताओं पर इसका आरोप लगाया है.
हैदराबादः तेलंगाना से कुछ उपद्रवियों द्वारा बाइबिल की प्रतियां जलाने का वीडियो सामने आया है. वीडियो वारल होने के बाद पुलिस उपद्रवियों की तलाश में जुटी है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एसोसिएशन ऑफ इंटीग्रेटेड क्रिश्चियन काउंसिल (एआईसीसी) के राष्ट्रीय निदेशक जॉन बेनी लिंगम ने राष्ट्रीय स्वयंसेवी संघ (आरएसएस) के स्थानीय कार्यकर्ताओं पर बाइबिल की प्रतियां जलाने का आरोप लगाया है. बाइबिल की सभी प्रतियां तेलुगु भाषा में थी.
जॉन बेनी ने बताया कि यह घटना बुधवार यानी 2 जनवरी की है. 15-20 लोग बाइबिल की प्रतियां वितरित करने के लिए गांव जा रहे थे. तभी आरएसएस के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने उन्हें देख लिया. कार्यकर्ताओं ने उनकी कार का पीछा करना शुरू कर दिया. जब हमारे लोगों ने कार रोकी तो वे लोग वहां इकट्ठा हो गए. जॉन का कहना है कि उन्होंने उन लोग के साथ मारपीट भी की. जिसके बाद उन्होंने कार से बॉक्स निकाला जिसमें बाइबिल रखी थी और उसे जला दिया.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ईसाई समुदाय के लोग कोल्लापुर मंडल के सिंगावत्नम गांव में बाइबिल की प्रतियां वितरित करने जा रहे थे. कोल्लापुर के सर्किल इंस्पेक्टर के मुताबिक शनिवार यानी 27 जनवरी को सुबह इस घटना की जानकारी मिली. उन्होंने बताया कि आरोपियों की पहचान अभी तक सुनिश्चितत नहीं हुई है. इस मामले के खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने का केस दर्ज किया गया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ लोग बाइबिल की प्रतियां जला रहे हैं. उन लोगों ने कार में बैठे लोगों पर धर्मान्तरण करने का आरोप लगाया.
यह भी पढ़ें- पाकिस्तान: नाबालिग हिंदू लड़की का जबरन धर्म परिवर्तन, पुलिस ने नहीं की मदद
एमपीः धर्मांतरण के आरोपी 30 पादरी हिरासत में, ईसाई धर्मगुरुओं की कार में लगाई आग
https://youtu.be/aBegxj0ynFk