इस महिला सिंघम के नाम से कांप जाते थे अपराधी, अब खुद है मोस्ट वॉन्टेड

पश्चिम बंगाल की महिला आईपीएस ऑफिसर जिसके नाम से बदमाश खौंफ खाते थे. हालांकि आज वो खुद एक पहेली बन गई हैं. दरअसल भारती घोष के खिलाफ अवैध लेनदेन और धोखाधड़ी के मामले में पुलिस छापेमारी कर रही है. लेकिन अभीतक इस केस में कुछ नहीं पता चला है.

Advertisement
इस महिला सिंघम के नाम से कांप जाते थे अपराधी, अब खुद है मोस्ट वॉन्टेड

Aanchal Pandey

  • March 8, 2018 11:04 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

कोलकाता. आज विश्वभर में महिला दिवस मनाया जा रहा है. ऐसे में हम आपके लिए ऐसी आईपीएस अधिकारी की गाथा लेकर आए हैं जिन्हें एक समय लोग सलाम किया करते थे और बदमाश खौफ खाते थे. लेकिन पिछले समय से पुलिस की ये दबंग ऑफिसर मिस है जिसे सीबीआई जगह जगह छापेमारी कर ढूंढने में लगी है. दरअसल इस ऑफिसर के खिलाफ अवैध लेनदेन और धोखाधड़ी के मामले में पुलिस छापेमारी कर रही है. मीडिया के अनुसार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी की किसी समय ये ऑफिसर करीबी मानी जाती थीं. ये ऐसी ऑफिसर थी जिसके नाम से अच्छे अच्छे बदमाश कांपा करते थें.

इस ऑफिसर का नाम था भारती घोष. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारती के घर से 300 कोरड़ की जमीन खरीदने के डॉक्यूमेंट्स मिले थे जिसके बाद से सीबीआई की टीम आईपीएस ऑफिसर से पूछताछ करना चाहती थी लेकिन उस मामले के बाद से भारती घोष का पता ही नहीं चला. जिसके बाद सीआईडी ने घोष को मोस्ट वांटेड की लिस्ट में डाल दिया था.

भारती घोष का ये मामला तब सामने आया जब एक रेस्टोरेंट के मालिक चंदन माझी ने अवैध वसूली और धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाया. जिसके बाद सीआईडी ने इस मामले की जांच शुरू की. इस मामले में पड़ताल में जुटी सीआईडी ने भारती घोष के घर पर छापेमारी की और उनकी पति राजू से भी पूछताछ की गई. इसके बाद कई लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई. गौरतलब है कि भारती घोष ने 29 दिसंबर 2017 को इस्तीफा दे दिया था और राजनीति में ये हलचले तेज हो गई थी कि वो बीजेपी में शामिल हो सकती हैं

रेप रोको कैंपेन की अगुआ बन पार्लियामेंट पहुंचीं स्वाती मालीवाल, दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार

राजस्थान महिला आयोग अध्यक्ष का बेतुका बयान- आजादी के नाम पर नहीं होना चाहिए महिलाओं में इतना खुलापन

Happy Womens Day messages and wishes in Hindi for 2018: महिला दिवस पर भेजें ये हिंदी मैसेजेस

Tags

Advertisement