प्राण प्रतिष्ठा समारोह की पहली वर्षगांठ से पहले पंजाब से 1,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करके 6 साल का बच्चा यहां पहुंचा है। वहीं, अपनी अनोखी जीवनशैली के लिए देसी 'टार्जन' के नाम से मशहूर एक व्यक्ति भी यहां दर्शन की इच्छा लेकर आया है।
लखनऊ। अयोध्या में रामलला के वर्षगांठ की तैयारियां जोरो शोरों पर है। अपने रामलला से मिलने के लिए उनके दो भक्त अयोध्या पहुंच गए हैं। प्राण प्रतिष्ठा समारोह की पहली वर्षगांठ से पहले पंजाब से 1,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करके 6 साल का बच्चा यहां पहुंचा है। वहीं, अपनी अनोखी जीवनशैली के लिए देसी ‘टार्जन’ के नाम से मशहूर एक व्यक्ति भी यहां दर्शन की इच्छा लेकर आया है।
राम मंदिर ट्रस्ट के मीडिया सेंटर की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, छह वर्षीय बालक मोहब्बत पंजाब के फाजिल्का जिले के किलियांवाली गांव से अयोध्या के लिए रवाना हुआ और उसे दौड़कर अयोध्या पहुंचने में एक माह 23 दिन लगे। इस पूरी यात्रा के दौरान ‘यूकेजी’ के इस छात्र ने राम मंदिर दर्शन का सपना पूरा करने के लिए 1,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की। उसकी सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए उसके माता-पिता श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय के लगातार संपर्क में थे।
वहीं, देसी ‘टार्जन’ के नाम से मशहूर संजय सिंह अपनी अलग जीवनशैली के लिए जाने जाते हैं। हरियाणा के पलवल के रहने वाले सिंह अनाज से परहेज करते हैं और गाय के दूध पर जीवित रहते हैं। वह साबुन की जगह गाय के गोबर से नहाते हैं और अपनी दिनचर्या में गोमूत्र का सेवन करते हैं। सिंह हर सुबह और शाम 5,000 सिट-अप करते हैं और उनके नाम 13 रिकॉर्ड हैं, जिनमें ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ भी शामिल है। अयोध्या में वह भाजपा नेता भूपेंद्र सिंह बल्ले के घर पर ठहरे हुए हैं। दोनों भक्तों का 11 जनवरी को अयोध्या में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने का कार्यक्रम है।
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