अहमदाबाद. पटेल समुदाय को आरक्षण की मांग को लेकर अगुवाई करने वाले हार्दिक पटेल देशद्रोह के आरोप में गुजरात की जेल में बंद हैं. गुजरात पुलिस ने फॉरेंसिक विशेषज्ञों द्वारा कराई हार्दिक की वॉयस का स्पेक्ट्रोग्राफी टेस्ट पॉजिटिव आया है. इसमें हार्दिक पटेल ने युवाओं को कहा था कि खुदकुशी करने की जगह पुलिसवालों को मार डालो.
फारेंसिक साइंस लेबोरेट्री (एफएसएल) के एक अधिकारी ने बताया कि हार्दिक, चिराग पटेल और केतन पटेल की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. एफएसएल ने शहर की अपराध शाखा के कहने पर इनकी वॉयस के नमूने लिए थे.
अधिकारी ने बताया, “पुलिस की ओर से मुहैया ऑडियो टेप की वॉयस और हार्दिक की वॉयस एक है.” हार्दिक पटेल मोबाइल फोन से हिंसा फैलाने और भड़काऊ भाषण देने की गतिविधियों में लिप्त थे. इस मामले में 22 साल के हार्दिक के खिलाफ 21 अक्टूबर को देशद्रोह का केस दर्ज कर उन्हें अरेस्ट किया गया.
पुलिस ने कहा कि हार्दिक पटेल पर देशद्रोह का आरोप लगा रहना चाहिए, क्योंकि अधिकारियों ने सबूत के रूप में एक सीडी अदालत को सौंपी है, जिसमें हार्दिक खुदकुशी के बजाए दो पुलिस वालों की हत्या करने के लिए उकसा रहे थे.