नई दिल्ली. पाकिस्तान की एक कोर्ट में सोमवार को एक पिटीशन दायर कर यह अनुरोध किया गया है कि भगत सिंह को बेगुनाह साबित करने की मांग करती अर्जी पर जल्द सुनवाई की जाए.
भगत सिंह मेमोरियल फाउंडेशन के वकील इम्तियाज राशिद कुरैशी ने पाक उच्च न्यायालय में एक आवेदन दाखिल कर इस मामले में जल्द सुनवाई की मांग की है. साथ ही उन्होंने कहा कि भगत सिंह को पहले आजीवन कैद की सजा सुनाई गई, लेकिन लेकिन बाद में एक और झूठे गढ़े मामले में उन्हें मौत की सजा सुना दी गई.
बता दें कि भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को अंग्रेज अफसर जॉन पी सैंडर्स की हत्या के आरोप में 23 मार्च 1931 को फांसी लगाई गई थी. यह पिटीशन उसी फैसले के खिलाफ दायर की गई है और यह बेंच भगत सिंह को इस मामले में बेगुनहा साबित कर सकती है. क्योंकि उन्हें गवाहों को सुने बिना ही फांसी दी गई थी.
कुरैशी ने कहा कि भगत सिंह आज भी उपमहाद्वीप में न केवल सिखों के लिए बल्कि मुसलमानों के लिए भी सम्मानित हैं और पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी थी.