विशाखापत्तनम. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने फिलिस्तीनियों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करते हुए पश्चिम एशिया के लोगों के प्रति अपनी चिंता जताई.
विशाखापत्तनम. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने फिलिस्तीनियों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करते हुए पश्चिम एशिया के लोगों के प्रति अपनी चिंता जताई. पार्टी के महासचिव प्रकाश करात ने माकपा के 21वें अधिवेशन में कहा, ‘स्वतंत्रता और एक स्वतंत्र देश के लिए अत्यंत कठिन संघर्ष में जुटी फिलिस्तीन की जनता के साथ हम अपनी एकजुटता दोहराते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘पश्चिम एशियाई देशों के लोगों के प्रति हम अपनी गहरी चिंता व्यक्त करते हैं. पश्चिम एशिया के देश साम्राज्यवादी देशों के आक्रामक चंगुल में और कट्टरपंथी ताकतों के सिर उठाने से घिर गए हैं.’करात ने कहा कि पार्टी ने नेपाल, श्रीलंका और पाकिस्तान में कट्टरपंथियों के खिलाफ लोकतंत्र, सामाजिक न्याय और साम्राज्यशाही हस्तक्षेप के खात्मे के लिए लड़ रहे सभी वाम लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष ताकतों की तरफ अपना हाथ बढ़ाया है. अंतर्राष्ट्रीय स्थिति पर उन्होंने कहा, पूंजीवादी प्रणाली 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट से सार्थक रूप से उबरने में अक्षम है. उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ताधारी वर्ग लोगों पर और बोझ लादने के लिए उन पर कठोर उपायों को लादकर संकट से उबरने का प्रयास कर रहा है