दिल्ली. राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) घोटाले मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को फटकार लगाते हुए कहा है कि अगर सीबीआई गवाह पेश करने में नाकाम रही है तो वह कुशवाहा के अलावा नरेश ग्रोवर और रविंद्र रॉय को जमानत दे दे. कोर्ट ने सीबीआई को फटकार लगाते हुए कहा है कि आप गवाही के नाम पर किसी को दो साल तक बंद नहीं रख सकते.
बता दें किएनआरएचएम घोटाले में उत्तर प्रदेश के कई नेता फंसे हैं. सीबीआई ने इस मामले में बीएसपी अध्यक्ष मायावती से भी पूछताछ कर चुकी है.
क्या है पूरा घोटाला?
साल 2012 से जेल में कैद बाबू सिंह कुशवाहा पर लखनऊ, नोएडा, दिल्ली और बांदा में अवैध तरीके से फ्लैट, जमीन और शापिंग मॉल बनाने का आरोप है. आरोप है कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) और उप्र श्रम निर्माण एवं सहकारी संघ लिमिटेड (लैकफेड) हुए घोटाले की रकम से बाबू सिंह कुशवाहा ने ये संपत्तियां तैयार की हैं. करीब तीन साल तक चली जांच के बाद ईडी ने बाबू सिंह कुशवाहा की 196 करोड़ रुपए की संपत्तियों को जब्त किया है. जांच में पाया गया कि ये कुशवाहा की ज्यादातर संपत्तियां उसके रिश्तेदारों और करीबियों के नाम पर हैं.