इंदौर. पाकिस्तान में दशक भर से ज्यादा वक्त गुजारने के बाद भारत लौटी मूक बधिर लड़की गीता ने राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ का सांकेतिक भाषा में पहली बार प्रस्तुतिकरण किया. गीता, शहर के ‘मूक बधिर संगठन’ के आवासीय परिसर में रह रही है.
इस गैर सरकारी संस्थान के सांकेतिक भाषा विभाग की प्रमुख मोनिका पंजाबी वर्मा ने बताया कि गीता ने हमारे संस्थान के अन्य विद्यार्थियों के साथ जन गण मन का सांकेतिक भाषा में प्रस्तुतिकरण किया. यह पहली बार था, जब वह अपने जीवन में राष्ट्रगान को सांकेतिक भाषा में प्रस्तुत कर रही थी. उन्होंने कहा कि गीता के मामले में हमारी पहली प्राथमिकता यह है वह धीरे-धीरे नए माहौल की आदी हो जाए. इसके बाद हम उसकी पढ़ाई-लिखाई और व्यावसायिक शिक्षा का इंतजाम करेंगे, ताकि वह अपने पैरों पर खड़ी हो सके.
उन्होंने गीता के बीमार पड़ने की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि इस लड़की ने मंगलवार को इंदौर आने के बाद थकान की शिकायत जरूर की थी. लेकिन आराम के बाद फिलहाल उसकी हालत ठीक है.
गीता एक दशक से अधिक समय पहले गलती से सीमा लांघकर पाकिस्तान चली गई थी. वह 26 अक्तूबर को पाकिस्तान से स्वदेश लौटी. स्वदेश वापसी के बाद गीता उस परिवार के सदस्यों को नहीं पहचान पाई जिन्हें उसने शुरू में तस्वीरों से पहचानने का दावा किया था.