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बिहार में भाजपा हारी तो मोदी होंगे बेअसर: जयराम

इस साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों में प्रस्तावित जनता परिवार के साथ गंठबंधन का संकेत देते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि अगर राज्य में भाजपा को रोक दिया जाये, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेअसर हो जायेंगे. रमेश ने कहा कि वह जनता परिवार ताकतों के एक साथ आने का स्वागत करते हैं. 

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  • April 13, 2015 3:40 am Asia/KolkataIST, Updated 10 years ago

हैदराबाद. इस साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों में प्रस्तावित जनता परिवार के साथ गंठबंधन का संकेत देते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि अगर राज्य में भाजपा को रोक दिया जाये, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेअसर हो जायेंगे. रमेश ने कहा कि वह जनता परिवार ताकतों के एक साथ आने का स्वागत करते हैं. 

एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि ‘ जनता परिवार के दल जिस तरह के संकट का सामना कर रहे हैं, कांग्रेस भी कुछ वैसा ही कर रही है. बिहार हम सब के लिए अगला इम्तिहान है. दिल्ली ने मोदी को तबाह कर दिया. उन्होंने कहा, मुङो लगता है कि भाजपा विरोधी ताकतों की एकजुटता के तौर पर जनता परिवार का साथ आना एक स्वागत योग्य घटनाक्रम है.
 
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस की जदयू के साथ ‘रणनीतिक साङोदारी’ होगी, उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने बिहार में नीतीश कुमार सरकार का समर्थन किया है. पिछले कई चुनावों में पराजय का सामना करने वाली पार्टी केआगे के रास्ते के बारे में पूछे जाने पर कहा कांग्रेस का दीर्घकालीन लक्ष्य 2019 लोकसभा चुनावों में जीत हासिल करना है. हालांकि , हमारा फौरी मकसद नवंबर 2015 में बिहार में भाजपा को रोकना है. बिहार में भाजपा को रोकने के लिए हमें जो भी करना पड़ेगा हम करेंगे .इससे राष्ट्रीय स्तर पर भी एक बड़ा असर पड़ेगा.
 
किसान विरोधी मोदी सरकार : रमेश ने यह भी आरोप लगाया कि मोदी सरकार किसान विरोधी है. ‘हमारा जो नारा है. यह एक हकीकत है. मोदी सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं बढ़ाया.  राष्ट्रीय कृषि विकास योजना आवंटन घटाकर 8,500 करोड़ रुपये से 4,500 करोड़ रुपये कर दिया गया. उन किसानों को कोई राहत नहीं दी गयी जिनकी फसल बेमौसमी बारिश से प्रभावित हुई है.’
 
मजबूत भाजपा नहीं मजबूत वाम चाहिए 
रमेश ने कहा कि वामपंथी दलों की स्थिति देखकर मैं दुखी हूं. मुङो लगता है कि वामपंथी दलों का ह्रास ठीक नहीं है. वाम धर्मनिरपेक्ष, प्रगतिशील मूल्यों की ताकत है. वामदलों की आर्थिक नीतियां हमेशा अद्यतन नहीं रही.  उन्होंने कहा, ‘‘इसकी आर्थिक नीतियां भले ही व्यावहारिक नहीं रही पर बुद्धदेव भट्टाचार्य (पश्चिम बंगाल के पूर्व सीएम) का तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह की नीति के साथ अच्छा तालमेल रहा. ’ कांग्रेस और वाम दल तीन राज्यों (केरल, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा) में प्रतिस्पर्धी हैं. मैं एक मजबूत भाजपा नहीं चाहता पर राजनीतिक विरोधी होने के बावजूद मैं एक मजबूत वाम चाहता हूं.

IANS

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