नई दिल्ली. एक बार फिर दिल्ली जगह-जगह कूड़े के ढ़ेर में बदलती नजर आ रही है. दिल्ली के तीनों नगर निगम के लगभग 1 लाख सफाई कर्मचारी हड़ताल पर हैं. हड़ताल पर गए कर्मचारियों की सरकार से सैलरी बढ़ाने, एरियर, कैशलेश मेडिकल सुविधा और वर्दी समेत कई और मांगे की है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सफाई कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान की जिम्मेदारी अपने मंत्री संदीप कुमार को सौंपी है. स्वतंत्र मजदूर विकास संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष संजय गहलोत का सरकार पर आरोप है कि समय पर वेतन और 10-15 साल के एरियर के भुगतान जैसी कई मांगों के लिए कर्मचारी 15 जुलाई से सिविक सेंटर के सामने धरने पर बैठे हैं, लेकिन कोई उनकी सुध नहीं ले रहा है.
इससे पहले भी कई बार ऐसा मामला सामने आ चुका है. पहले भी जून 2015 में कर्मचारी वेतन भुगतान की मांग को लेकर कई दिन तक हड़ताल पर रहे थे. जिससे दिल्ली पहले भी कूड़े के ढ़ेर में बदल गई थी. कर्मचारियों का आरोप है कि पिछली बार जब ये मामला उठा था, तब उन्हें वेतन तो दे दिया गया था, लेकिन एरियर नहीं मिला था. इस बार ज्यादा समस्या एरियर और बोनस के भुगतान की है.