विजयवाड़ा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश-तेलगाना विभाजन के विरोध के दौरान जान और माल के नुकसान पर दुख जाहिर किया है. मोदी ने कांग्रेस सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि पूर्व केंद्र सरकार ने राज्य के विभाजन का फैसला जल्दबाजी में लिया था.
राज्य की नई राजधानी अमरावती की आधारशिला रखते हुए मोदी ने कहा, ‘आंध्र और तेलंगाना का विभाजन बिना किसी विचार-विमर्श के जल्दबाजी में किया गया लेकिन, मैं आज भी इस दौरान निर्दोष लोगों की मौत और संपत्ति को हुए नुकसान के लिए दुख महसूस करता हूं. मोदी ने कहा कि चाहे आंध्र हो या तेलंगाना, हमारी आत्मा तेलुगू है. दोनों राज्य तेलुगू आत्मा की दो शाखाएं हैं, दोनों राज्यों को फलना-फूलना चाहिए.’
इस मौके पर शहरी विकास मंत्री एम.वेंकैया नायडू ने पीएम मोदी की कही बातों का तेलुगू में अनुवाद किया. मोदी ने अटल जी के कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में तीन राज्य विभाजित हुए, लेकिन कोई खून नहीं बहा, कोई बुरी भावना नहीं दिखी. मैं आंध्र और तेलंगाना के लिए भी ऐसा ही चाहता था.
बता दें कि विवादों के चलते तेलंगाना भारत के 29वे राज्य के रुप में 2 जून 2014 को स्थापित हुआ था.