UPA सरकार में भी कम नहीं हुए थे दलितों पर अत्याचार

विपक्ष का आरोप है कि एनडीए सरकार के कार्यकाल में देश में दलितों के खिलाफ अपराधिक मामले बढ़े है लेकिन नैशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरों (NCRB) के आंकड़ों में एक नया खुलासा किया है.

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UPA सरकार में भी कम नहीं हुए थे दलितों पर अत्याचार

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  • October 22, 2015 6:12 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
नई दिल्ली. विपक्ष का आरोप है कि एनडीए सरकार के कार्यकाल में देश में दलितों के खिलाफ अपराधिक मामले बढ़े है लेकिन नैशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरों (NCRB) के आंकड़ों में एक नया खुलासा किया है.
 
NCRB के मुताबिक पिछले कुछ सालों में जब यूपीए सरकार सत्ता में थी उस दौरान अनुसूचित जातियों के खिलाफ अपराध की घटनाओं में तेजी दर्ज की गई थी.
रिपोर्ट के मुताबिक साल 2014 में दलितों के खिलाफ होने वाले अपराधों के 47,064 मामले दर्ज किए गए हैं. कई राज्यों में स्थिति की और भी गंभीर है यहां राष्ट्रीय औसत से भी ज्यादा दलितों के खिलाफ अपराधों के मामले दर्ज किए गए हैं.
 
कब, कितने अपराधिक मामले हुए दर्ज
साल 2013     39,408
साल 2012     33,655
साल 2011     33,719
साल 2010     32,712
साल 2009     33,594  
 
इतना ही नहीं यूपीए सरकार में हत्या के मामले में भी आंकड़े यहीं तस्वीर बयां करते हैं. इन पर भी डालते है एक नज़र.
कब, कितने दलितों की हुई हत्या
साल 2014  744
साल 2013  676
साल 2012  651
साल 2011  673
साल 2010  570
साल 2009  624
 
हरियाणा में हुई 21 हत्याएं
हरियाणा में पिछले अक्टूबर तक कांग्रेस की सरकार थी, वहां साल 2014 में अनुसूचित जाति के 21 लोगों की हत्या की गई. इसके अलावा साल 2014 में 2,233 दलित महिलाएं बलात्कार का शिकार हुईं, 2013 में ये आंकड़ा 2,073, साल 2012 में 1,576, साल 2011 में 1,557, साल 2010 में 1,349 और साल 2009 में 1,346 था. 

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