चेन्नई. चीन के पटाखों से परेशान शिवकाशी पटाखा उद्योग अब एक नए तरह के संकट से जूझ रहा है. पटाखा निर्माताओं से कहा गया है कि वो पटाखा बनाने में धार्मिक भावनाओं का ख्याल रखें क्योंकि पटाखा फटने के बाद सड़कों पर बिखरी मां लक्ष्मी की तस्वीरों पर लोग पांव रखते हैं.
हिंदू जनजागृति समिति की तमिलनाडु इकाई प्रमुख उमा रविचंद्रन ने कहा कि दिवाली के दिन हम मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं और उनके चित्र वाले पटाखे भी जलाते हैं. रविचंद्रन ने कहा कि पटाखे के फटने के बाद लोग मां लक्ष्मी की तस्वीर पर पैर रखते हैं जो ठीक नहीं है.
चीन से आ रहे पटाखों के कारण बिजनेस में 30 परसेंट कमी की आशंका
रविचंद्रन की आपत्तियों पर तमिलनाडु पटाखा निर्माता संघ के अध्यक्ष जी. अबिरुबन ने सवाल खड़ा किया कि उन अखबारों और विवाह निमंत्रणों का क्या होता है जिनमें हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरें होती हैं? अबिरुबन ने कहा कि जिला प्रशासन ने उन्हें पटाखा उत्पादन में धार्मिक भावनाओं का ख्याल रखने कहा है.
दूसरी तरफ दिवाली नजदीक आने के बावजूद अवैध रूप से भारत आ रहे चीनी पटाखों की बाढ़ के कारण व्यापारी कम ऑर्डर दे रहे हैं. तीन शिफ्ट के बदले बस दिन में काम हो रहा है. शिवकाशी पटाखा उद्योग 6,000 करोड़ का है लेकिन चीनी पटाखों के कारण 30 प्रतिशत असर का अनुमान है.