नई दिल्ली. इतिहासकार रोमिला थापर ने शिवसेना और अन्य हिंदू अतिवादी संगठनों को भी आतंकावदी संगठन कहकर बुलाने की बात कही है. एक निजी समाचार चैनल से बातचीत में रोमिला थापर ने कहा कि ऐसे संगठन जो खुलेआम लोगों की जान ले रहे हैं, मारपीट और मुंह काला कर रहे हैं इन्हें अब आतंकवादियों की श्रेणी में रखे जाने की ज़रुरत है.
रोमिला ने मोदी सरकार भी निशाना साधते हुए कहा कि ऐसा नहीं है कि ये पहले से मौजूद नहीं थे बाद एक नए राजनीतिक शासन में इनकी हिम्मत पहले से ज्यादा बढ़ गयी है. रोमिला ने पुरस्कार लौटा रहे सभी साहित्यकारों का खुलकर समर्थन किया और कहा कि भारतीय इंटलेक्चुअल्स का यह कदम सरकार के लिए एक चेतावनी की तरह है. सरकार को समझना ही होगा की लोकतंत्र में मनमर्जी से शासन नहीं चलाया जा सकता.