पटना. हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रवक्ता दानिश रिज़वान ने महागठबंधन के नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि बिहार में नई सरकार बनने से पहले ही वसूली का खेल शुरू हो गया है. बता दें कि एक स्टिंग ऑपरेशन में महागठबंधन के कुछ नेता सरकार बनने पर लाभ पहुंचाने के एवज में एडवांस लेते हुए कैमरे में कैद हुए हैं. इनमें पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मुद्रिका सिंह यादव भी शामिल हैं.
हालांकि मुद्रिका ने रुपये नहीं लिए लेकिन उनके साथ शामिल अन्य उम्मीदवार कैश लेते हुए कैमरे में कैद हो गए. इतना ही नहीं आरजेडी-जेडीयू उम्मीदवारों ने एक विधायक के चुनाव खर्च को भी करीब डेढ़ करोड़ से दो करोड़ रुपये के बीच बताया.
एक्स-फाइल के स्टिंग में जेडीयू उम्मीदवार अवधेश प्रसाद कुशवाहा ने चार लाख रुपये लिए. एक्स-फाइल के सदस्य ने बड़ा उद्योगपति होने की बात कहकर उनसे सरकार बनने पर अपनी कंपनी के लिए मदद की बात कही. इस पर अवधेश प्रसाद कुशवाहा तैयार हो गए. उन्होंने उससे एडवांस के तौर पर चार लाख रुपये भी ले लिए. इस दौरान उन्होंने फोन पर प्रदेश के उद्योग मंत्री से भी बात की और एक्स-फाइल के सदस्य को मदद का भरोसा दिया.
इसी तरह जहानाबाद से आरजेडी उम्मीदवार और प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मुद्रिका सिंह यादव भी चुनाव में मदद के बदले सरकार बनने पर सहयोग का भरोसा दिया. उनके आवास पर ही पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के खिलाफ मखदुमपुर से ताल ठोक रहे सूबेदार दास और कोसी से उम्मीदवार कृष्ण नंदन वर्मा के भाई नीतेश भी पहुंच गए. सरकार बनने पर सहयोग के नाम पर सूबेदार दास ने दो लाख रुपये और नीतेश ने एक लाख रुपये लिए.