नाबालिग से रेप के आरोप में जेल में बंद आसाराम पर छत्तीसगढ़ के स्कूलों में बांटी गई किताबों को सरकार ने वापस तो ले लिया है लेकिन उसपर बवाल जारी है. दिव्य प्रेरणा प्रकाश ज्ञान के लिए आसाराम के समर्थकों ने स्कूलों में किताबें बंटवाई थी. इस किताब के कवर पर तो हनुमान जी और महापुरुषों की तस्वीरें छपी है लेकिन अंदर अश्लील और आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं.
रायपुर. नाबालिग से रेप के आरोप में जेल में बंद आसाराम पर छत्तीसगढ़ के स्कूलों में बांटी गई किताबों को सरकार ने वापस तो ले लिया है लेकिन उसपर बवाल जारी है. दिव्य प्रेरणा प्रकाश ज्ञान के लिए आसाराम के समर्थकों ने स्कूलों में किताबें बंटवाई थी. इस किताब के कवर पर तो हनुमान जी और महापुरुषों की तस्वीरें छपी है लेकिन अंदर अश्लील और आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं.
रेप के आरोप में जेल में बंद आसाराम को महापुरुषों के साथ रखना और उसमें सुरक्षित यौन संबंधों के टिप्स दिए गए हैं. दिव्य-प्रेरणा-प्रकाश ये नाम है एक किताब का जिसे आसाराम के समर्थकों ने महासमुंद के स्कूलों में बांटे. इस किताब में यौन शिक्षा के नाम पर आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं.
कवर पेज पर कहा गया है कि किताब को कम से कम पांच बार पढ़ें और पढ़ाएं. आरोप है कि ये किताबें बांटी गई और छात्रों से इसके एवज में दस से 15 रुपए भी लिए गए. इस किताब के दूसरे पन्ने से ही छात्रों को सुरक्षित यौन संबंधों के टिप्स दिए गए हैं. इस किताब के पांचवें पन्ने पर छात्रों और उनके अभिभावकों के नाम आसाराम का मैसेज भी है. इस मामले के तूल पकड़ते ही शिक्षा विभाग ने आनन फानन में परीक्षा रद्द कर दी. अब शिक्षा विभाग के अफसर बांटी गई किताबों को वापस लेने की बात कर रहे हैं.
वीडियो में देंखे आसाराम का ‘कामशास्त्र’