नोएडा. आपके लाइक्स और शेयर ने नोएडा सिटी सेंटर के बाहर बैठने वाले 13 साल के लड़के हरेन्द्र सिंह चौहान की ज़िन्दगी में उम्मीद की नई किरण जगा दी है. आर्थिक हालात बेहद ख़राब होने के कारण हरेन्द्र मेट्रो स्टेशन के बाहर वजन तौलने वाली मशीन से अपनी पढ़ाई का खर्चा निकालता है. सोशल मीडिया पर आर्थिक रूप से कमजोर छात्र हरेंद्र सिंह की स्थिति देख उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का दिल पिघल गया. अखिलेश यादव अब इस बच्चे को आज लाख रुपए की सहायता और सम्मान देंगे. प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल ने ये जानकारी दी है.
क्या है हरेन्द्र की कहानी?
हरेन्द्र मूल रूप से इटावा के नंगला चौहान गांव के रहने वाला है. हरेंद्र अपने परिवार के साथ होशियारपुर गांव में रहते हैं. पिता रामगोपाल प्राइवेट नौकरी करते थे, लेकिन कुछ ही महीने पहले उसके पापा की नौकरी चली गई. घर की माली हालत ठीक न होने के कारण वह स्कूल से लौटने के बाद शाम को नोएडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन के नीचे वजन तौलने का काम करने लगा. हरेंद्र श्रीकृष्ण इंटर कॉलेज में नौवीं कक्षा के छात्र है. पढ़ाई की ललक हरेन्द्र में इतनी ज्यादा है कि वो स्कूल से लौटने के बाद शाम 7 बजे मेट्रो स्टेशन के नीचे बैठ जाता और वहीं पढ़ाई करता. किसी शख्स ने इस बच्चे की फोटो को फेसबुक पर शेयर कर दिया और यह शेयर अखिलेश तक पहुंच गए.
फौज में जाना चाहता है हरेंद्र
हर दिन करीब तीन किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल जाने वाला हरेंद्र फौज में जाकर देश की सेवा करना चाहता है. उन्होंने बताया कि गणित उनका सबसे फेवरेट विषय है. साइंस भी अच्छी लगती है.