शीना बोरा केस: 2012 में मिले सैंपल शीना के नहीं!

बहुचर्चित शीना बोरा केस में एक नया मोड़ सामने आया है. सूत्रों के अनुसार फारेंसिक विशेषज्ञों द्वारा 2012 में रायगढ़ से लिए गए हड्डी, बाल, नाखून और दांत के नमूने हाल ही में निकाले गए अवशेष के नमूनों से नहीं मिलते हैं.

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शीना बोरा केस: 2012 में मिले सैंपल शीना के नहीं!

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  • September 22, 2015 2:03 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
नई दिल्ली. बहुचर्चित शीना बोरा केस में एक नया मोड़ सामने आया है. सूत्रों के अनुसार फारेंसिक विशेषज्ञों द्वारा 2012 में रायगढ़ से लिए गए हड्डी, बाल, नाखून और दांत के नमूने हाल ही में निकाले गए अवशेष के नमूनों से नहीं मिलते हैं.
 
बीवाईएल नायर अस्पताल में फारेंसिक विशेषज्ञों ने पिछले हफ्ते 26 पृष्ठों की रिपोर्ट खार पुलिस को सौंपी और संदेह जताया कि हो सकता ये नमूने शीना बोरा के नहीं हों. जेजे अस्पताल ने पिछले महीने खार पुलिस को नमूने सौंपे थे. इसके बाद नमूने नायर अस्पताल को भेजे गए.
 
आरोपियों की न्यायिक हिरासत बढ़ाई गई
 
मुंबई की एक अदालत ने शीना बोरा हत्याकांड मामले के तीनों आरोपियों इंद्राणी मुखर्जी, उसका पूर्व पति संजीव खन्ना और पूर्व ड्राइवर श्यामवर राय की न्यायिक हिरासत पांच अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दी है. इन आरोपियों की 14 दिनों की न्यायिक हिरासत सोमवार को खत्म हो गई थी. आरोप है कि इंद्राणी, खन्ना और राय ने 24 अप्रैल, 2012 को शीना बोरा की हत्या कर उसके अधजले शरीर को रायगढ़ के जंगल में फेंक दिया था.

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