चेन्नई. पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें सीनियर आईएसएस अधिकारी यू सगयम ने ग्रेनाइट घोटाले में सबूतों को बचाने के लिए बीते शनिवार को पूरी रात कब्रिस्तान में ही बिताई. सगयम की तस्वीर तमिलनाडु में सोशल मीडिया में वायरल हो गई और हैशटैग स्टैंड विथ सगयम (#standwithsagayam) ट्रेंड करने लगा.
सगयम को मद्रास हाईकोर्ट ने करोड़ों रूपये के ग्रेनाइट घोटाले में लीगल कमिश्नर नियुक्त किया है. ऐसा बताया जा रहा है कब्रिस्तान में इस घोटाले को लेकर कई अहम सबूत हैं. करोड़ों रूपये के ग्रेनाइट घोटाले में कब्र में दफनाई गए शरीर अहम सबूत हैं, जिसको लेकर यह डर है कि ये सबूत मिटा दिए जाएंगे.
जांच के मुताबिक़, जब सगयम ने स्थानीय पुलिस से पीड़ितों के शरीर खोदकर लाने को कहा तो स्थानीय पुलिस ने ऐसा करने से मना कर दिया. इसके बाद सगयम ने सबूतों की रक्षा के लिए बीते शनिवार को पूरी रात कब्रिस्तान में ही बिताई. अगले दिन रविवार को चार लोगों के शव निकाले गए जिसमें एक बच्ची भी शामिल है. बाद में हड्डियों को फॉरेंसिक जांच के लिए चेन्नई भेज दिया गया और ये सबूत कोर्ट में पेश किये जाएंगे.
आपको बता दें कि पलानिसैमी की कंपनी, पीआरपी ग्रेनाइट अवैध खनन और टैक्स चोरी के मामले में जांच के घेरे में है लेकिन पलानिसैमी ने ऐसे सभी आरोपों से इंकार किया है. पलानिसैमी की कंपनी के ऊपर यह भी आरोप है कि 1999 में इसने ग्रेनाइट खदान चलाने वाले ने चार लोगों की हत्या कर दी और इनको दफना दिया था.