नई दिल्ली. भारत में जब चुनाव चल रहे थे, तब पाकिस्तान में कट्टरपंथियों को मोदी-फोबिया हो गया था. नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद अब पाकिस्तान की सरकार भी पूरी तरह मोदी-फोबिया की चपेट में आ चुकी है. पाकिस्तान की सत्ता में बैठे लोग अब भारत की बजाय मोदी सरकार के खिलाफ बयान देते हैं और पाकिस्तानी संसद में मोदी सरकार के खिलाफ प्रस्ताव भी पास करते रहते हैं.
गुरुवार को ही पाकिस्तानी सीनेट ने मोदी सरकार के खिलाफ प्रस्ताव पास किया है कि जब से मोदी सत्ता में आए हैं, तब से भारत का लहज़ा आक्रामक हो गया है. ये प्रस्ताव उस दिन पास हुआ, जब मोदी सरकार के गृह मंत्री ने पाकिस्तानी रेंजर्स के डीजी को भरोसा दिया था कि सीमा पर पहली गोली भारत की ओर से कभी नहीं चलेगी. सरहद आर-पार में आज इंडिया न्यूज़ और लाहौर से दिन न्यूज़ के बीच इसी सवाल पर बड़ी बहस होगी कि मोदी सरकार के खिलाफ ना-पाक अभियान का मकसद क्या है ? पाकिस्तान को मोदी से निजी रंजिश क्यों है?