मीट बैन का सिलसिला छतीसगढ़ भी पहुंचा, 17 तक प्रतिबंध

छत्तीसगढ़ बीजेपी शासन वाला चौथा राज्य बन गया है, जहां मीट पर बैन लगा दिया गया है. मीट बैन को लेकर मुंबई और राजस्थान के कई इलाकों में पहले ही काफी विरोध हो चुका है. छत्तीसगढ़ सरकार ने गुरुवार को एक आदेश में इस प्रतिबंध की घोषणा की. राज्य में जैन समुदाय के पर्यूषण पर्व को लेकर 17 सितंबर तक मीट की बिक्री पर रोक लगा दी गई है. कल ही मुंबई में मीट बैन को लेकर बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना समेत कई राजनीतिक दलों ने तीखा विरोध जताया था.

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मीट बैन का सिलसिला छतीसगढ़ भी पहुंचा, 17 तक प्रतिबंध

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  • September 11, 2015 10:32 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
रायपुर. छत्तीसगढ़ बीजेपी शासन वाला चौथा राज्य बन गया है, जहां मीट पर बैन लगा दिया गया है. मीट बैन को लेकर मुंबई और राजस्थान के कई इलाकों में पहले ही काफी विरोध हो चुका है. छत्तीसगढ़ सरकार ने गुरुवार को एक आदेश में इस प्रतिबंध की घोषणा की. राज्य में जैन समुदाय के पर्यूषण पर्व को लेकर 17 सितंबर तक मीट की बिक्री पर रोक लगा दी गई है. कल ही मुंबई में मीट बैन को लेकर बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना समेत कई राजनीतिक दलों ने तीखा विरोध जताया था.
 
इस बैन के खिलाफ मटन कारोबारियों ने बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. अदालत उनकी अर्जी पर फैसला सुना सकती है. हाईकोर्ट ने गुरुवार को कहा था कि जैन समुदाय के त्योहार ‘पर्यूषण’ के दौरान पशु वध और मांस की बिक्री पर चार दिन तक प्रतिबंध लगाना मुंबई जैसे महानगर शहर में व्यावहारिक नहीं होगा. कोर्ट ने राज्य सरकार और नगर निकाय से इसे चुनौती देने वाली याचिका पर जवाब मांगा.
 
महाराष्ट्र में बीजेपी नेतृत्व वाली सरकार मीट पर चार दिनों के बैन को बढ़ाकर आठ दिन करना चाहती थी, जिसका न सिर्फ विपक्षी दलों बल्कि उसकी खुद की सहयोगी शिवसेना ने भी कड़ा विरोध किया था. बीजेपी के शासन वाले राजस्थान और गुजरात में भी इस तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं. राजस्थान सरकार ने  प्रदेश में 17, 18 और 27 सितम्बर को मांस की बिक्री पर रोक लगा दी है. राज्य में 2008 से पर्यूषण पर्व के दौरान मीट बिक्री पर बैन लगता रहा है और अशोक गहलोत तथा वसुंधरा राजे की सरकारों ने ये बैन लगाए थे, लेकिन इस बार यह प्रतिबंध एक दिन के लिए बढ़ा दिया गया है, जिससे कुछ समूह नाराज हैं.

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