रांची : झारखंड की महागठबंधन सरकार में आज सीएम हेमंत सोरेन ने विधायकों की बैठक बुलाई थी. सीएम सोरेन की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में छह विधायक चेहरे नहीं दिखाई दिए हैं. बैठक से गायब होने वाले विधायकों में कांग्रेस के विधायक भी शामिल हैं. बता दें, बीते कुछ समय से झारखंड की […]
रांची : झारखंड की महागठबंधन सरकार में आज सीएम हेमंत सोरेन ने विधायकों की बैठक बुलाई थी. सीएम सोरेन की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में छह विधायक चेहरे नहीं दिखाई दिए हैं. बैठक से गायब होने वाले विधायकों में कांग्रेस के विधायक भी शामिल हैं. बता दें, बीते कुछ समय से झारखंड की कई इलाकों में तेज बारिश हो रही है. इस मीटिंग में भाग ना लेने के लिए विधायकों ने यही बहाना दिया है.
एक बार फिर झारखंड में सियासी पारा धीरे-धीरे बढ़ रहा है. राज्य की महागठबंधन सरकार में शामिल विधायकों की आज बैठक बुलाई गई थी जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कर रहे थे. इस बैठक में करीब छह विधायक नहीं पहुंचे जिनमें कांग्रेस विधायक भी शामिल हैं. विधायकों के बैठक से गायब होने पर अब राज्य में सियासी पारा बढ़ गया है.
यूपीए विधायक दल की बैठक से 6 विधायकों के गायब होने वाले छह विधायकों में से कांग्रेस से भूषण बाड़ा, पूर्णिमा नीरज सिंह, ममता देवी शामिल हैं. जबकि झामुमो के सरफराज अहमद, चमरा लिंडा, बसंत सोरेन भी इस बैठक में नहीं पहुँच पाए. वहीं इस बैठक में समीर मोहंती और दीपक बिरुआ देर से पहुंचे हैं. जानकारी के अनुसार रांची में काफी तेज बारिश हो रही है जिस वजह से ये विधायक मीटिंग में शामिल नहीं हो पाए या इस वजह को विधायकों ने बहाने के तौर पर चुना. लेकिन सीएम द्वारा बुलाई गई बैठक में विधायकों का न पहुंचना कई सवाल खड़े करता है. बता दें, कांग्रेस ने अपने विधायकों को पहले ही रांची में रहने के निर्देश जारी कर दिए थे.
बता दें, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पद पर रहते हुए अपने नाम से माइनिंग लीज आवंटित करवाई थी. जिस मामले में निर्वाचन आयोग ने अपनी सुनवाई पूरी कर ली है. वहीं सुप्रीम कोर्ट ने सीएम के खिलाफ दायर जनहित याचिका (PIL) पर फैसला सुरक्षित रख लिया है. ऐसे में अगर ये फैसला उनके पक्ष में नहीं आता तो क्या कदम उठाए जाएंगे इसी चर्चा पर बैठक बुलाई गई थी.
बता दें, राज्य सरकार में कांग्रेस के पास इस समय 18 विधायक हैं, जिनमें से 3 जेल में हैं यानि बाकि के 15 विधायक ही बचे हैं. इसके अलावा जेएमएम के पास 30, राजद के पास 1, सीपीआईएमएल के पास 1, एनसीपी के पास 1 और सरयू राय भी हैं. यानी कुल विधायक (81) में से फिलहाल 52 सरकार के पाले में हैं. जबकि 26 विधायक बीजेपी के हैं, जिनमें 1 बीमार हैं. वहीं 2 आजसू के पास हैं. अमित मंडल निर्दलीय भी बीजेपी के पाले में हैं यानी 29 विधायक विपक्ष में हैं.
राजू श्रीवास्तव की हालत गंभीर! डॉक्टर्स ने दे दिया जवाब, बस दुआओं का सहारा