नई दिल्ली. एक शर्मनाक घटना के तहत उत्तर प्रदेश की एक खाप पंचायत ने भाई की हरकतों के लिए एक दलित महिला और उसकी बहन का रेप और उन्हें गांव में नंगा घुमाए जाने का फरमान जारी किया है. आरोप है कि भाई का गांव के जाट समुदाय की एक महिला के साथ भाग गया था. इसके बाद बागपत जिले में पंचायत ने 30 जुलाई को हुई बैठक में यह फैसला सुनाया. 23 साल की लड़की ने सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगा कर अपनी और फैमिली की सिक्युरिटी की मांग की है.
क्या है मामला?
याचिका दाखिल करने वाली पीड़िता के मुताबिक, उसका भाई और दूसरे समुदाय की लड़की पिछले तीन साल से प्यार में थे. इसी साल जनवरी में लड़की की शादी बिना उसकी मर्जी के जाट समुदाय के एक लड़के के साथ हुई थी. शादी के एक महीने बाद लड़की अपना ससुराल छोड़कर चली आई और उसके भाई के साथ भाग गई लेकिन लड़की की फैमिली और यूपी पुलिस से लगातार परेशान किए जाने के बाद दोनों ने सरेंडर कर दिया था. इस दौरान लड़की गर्भवती हो गई है और उसे उसकी फैमिली के पास भेज दिया गया जबकि जाली ड्रग केस में लड़के को जेल भेज दिया गया.
पीड़िता के वकील की दलील
मीना के एडवोकेट विविक सिंह ने एक अंग्रेजी समाचार पत्र को बताया, ”30 जुलाई को जाट समुदाय की ओर से एक खाप पंचायत बुलाई गई. उसी खाप पंचायत में याचिका दाखिल करने वाली पीड़िता से रेप और उसके चेहरे पर कालिख पोत कर उसे नंगा गांव में घुमाने का आदेश दिया. मामला केवल इतना था कि पीड़िता के भाई ने जाट समुदाय की एक लड़की के साथ दोस्ती की थी और दोनों भाग गए थे. इस घटना के बाद फैमिली वापस नहीं लौट सकी है.”
गांव नहीं लौट सका परिवार
सुप्रीम कोर्ट में पिटीशन दाखिल करने वाली मीना (बदला हुआ नाम) ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उसके भाई के खिलाफ जाली नॉरकोटिक्स केस किया है. ऐसा करने के लिए जाट समुदाय की फैमिली ने प्रेशर डाला था. हालांकि, एक लोकल कोर्ट ने उसके भाई को बेल दे दी है लेकिन फिर भी डर के कारण फैमिली गांव लौट कर भाई को छुड़ाने के लिए कागजात नहीं ला सकी. इसी दौरान मीना की फैमिली दिल्ली चली आई. आरोप है कि इसके बाद जाट समुदाय के लोगों ने गांव में उसके घर में तोड़फोड़ की.
एजेंसी इनपुट भी