प्रद्युम्न मर्डर केसः आरोपी छात्र को 3 दिन की CBI कस्टडी, एजेंसी ने पूछताछ के लिए मांगे थे 6 दिन
प्रद्युम्न मर्डर केस के आरोपी 11वीं के छात्र को बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे तीन दिन की सीबीआई रिमांड पर भेजा गया है. सीबीआई ने कोर्ट से आरोपी छात्र की 6 दिन की रिमांड की मांग की थी.
November 8, 2017 12:41 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
गुरुग्रामः प्रद्युम्न मर्डर केस के आरोपी 11वीं के छात्र को बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे तीन दिन की सीबीआई रिमांड पर भेजा गया है. सीबीआई ने कोर्ट से आरोपी छात्र की 6 दिन की रिमांड की मांग की थी. बता दें कि सीबीआई ने मंगलवार रात रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 11वीं में पढ़ने वाले आरोपी छात्र को गिरफ्तार किया था. सीबीआई की मानें तो प्रद्युम्न की हत्या बस कंडक्टर अशोक ने नहीं बल्कि कथित आरोपी छात्र ने की थी. दरअसल आरोपी छात्र स्कूल में छुट्टी कराकर परीक्षा और पीटीएम टालना चाहता था. सीबीआई का कहना है कि आरोपी ने दोस्तों से कहा था कि वह परीक्षा की तैयारी न करें, क्योंकि स्कूल में छुट्टी होने वाली है.
सीबीआई ने उस सीसीटीवी फुटेज को भी बरामद कर लिया है, जिसमें आरोपी छात्र चाकू ले जाते दिखाई दे रहा है. टॉयलेट में आरोपी ने मोबाइल पर पोर्न फिल्म देखी. उसी समय उसकी नजर प्रद्युम्न पर पड़ी. आरोपी ने प्रद्युम्न के साथ यौन शोषण की कोशिश की. प्रद्युम्न ने विरोध किया तो आरोपी ने चाकू से गला काटकर उसकी हत्या कर दी. सीबीआई ने हत्या में इस्तेमाल एक और चाकू बरामद किया है. ऐसे में सवाल उठता है कि जो चाकू अशोक की गिरफ्तारी के वक्त बरामद किया गया था, वो कहां से आया?
इस मामले में कत्ल के बाद हरियाणा पुलिस ने बस कंडक्टर अशोक को हिरासत में लिया था. पुलिस पूछताछ में अशोक ने प्रद्युम्न का कत्ल करने का बात कबूल कर ली थी. यहां तक कि अशोक ने मीडिया के सामने अपना गुनाह कबूल किया था. अशोक के परिजन पहले दिन से दावा कर रहे थे कि उसे फंसाया जा रहा है. परिजनों ने कहा था कि वह गरीब हैं और स्कूल प्रशासन ने धन बल का प्रयोग कर अशोक को फंसा दिया. हरियाणा पुलिस की स्कूल प्रशासन से मिलीभगत है. सीबीआई की मानें तो हरियाणा पुलिस ने अशोक को जबरन जुर्म कबूल करवाने के लिए मजबूर किया था. इतना ही नहीं, पुलिस ने अपना पक्ष मजबूत दिखाने के लिए अशोक से सादे कागज पर साइन भी करवाए थे.
हरियाणा के डीजीपी बीएस संधू ने सीबीआई जांच में हुए चौंकाने वाले खुलासे पर कहा कि पुलिस की जांच में कोई खामी नहीं थी. पुलिस ने पुख्ता तौर पर केस की जांच की और फिर सभी सबूत सीबीआई को सौंप दिए. सीबीआई की थ्योरी पर डीजीपी ने कहा कि अगर इस मामले में किसी भी अधिकारी की मिलीभगत की बात सामने आती है तो रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.