चंडीगढ़ः हरियाणा में खट्टर सरकार अब शिक्षकों को पुजारियों की ट्रेनिंग दिलाना चाहती है. सुनने में थोड़ा अजीब लग सकता है लेकिन यह सच है. मनोहर लाल खट्टर सरकार ने शिक्षकों को पुजारियों की ट्रेनिंग लेने का आदेश दिया है. सरकार ने यह आदेश यमुनानगर जिले स्थित कपाल मोचन मंदिर में लगने वाले मेले को देखते हुए दिया है. खट्टर सरकार चाहती है कि मेले के दौरान शिक्षक पुजारियों की तरह भगवान की पूजा करें और प्रसाद वितरण भी करें. अंग्रेजी चैनल टाइम्स नाउ की खबर के अनुसार, सरकार की ओर से जारी किए गए इस अनोखे आदेश को कई शिक्षकों ने मानने से इनकार किया है.
शिक्षकों के इनकार करने के बाद राज्य सरकार ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई का मन बनाया है. सरकार ने उन सभी शिक्षकों को ‘कारण बताओ’ नोटिस भेजा है. पुजारी की ट्रेनिंग से इनकार करने वालों ने उनके खिलाफ कार्रवाई का कड़ा विरोध किया है. शिक्षकों का कहना है कि सरकार के अनुसार, उनके लिए छात्रों को पढ़ाने से ज्यादा जरूरी पुजारी की ट्रेनिंग लेना है. यह किसी से छुपा नहीं है कि राज्य में शिक्षा का स्तर लगातार गिरता जा रहा है. ऐसे में सरकार का यह आदेश शिक्षकों का मनोबल गिराने वाला है. बताते चलें कि सरकार के इस आदेश से शिक्षकों का एक वर्ग खासा नाराज है और लगातार इसका विरोध भी किया जा रहा है.
गौरतलब है कि हरियाणा के यमुनानगर जिले में स्थित कपाल मोचन मंदिर भारत के पवित्र स्थानों में से एक है. मंदिर में हर साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन मेला लगता है. लाखों श्रद्धालु पाप से मुक्त होने के लिए यहां आते हैं. ऐसा माना जाता है कि यहां स्थित सोम सरोवर में कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान करने से मनुष्य हर पाप से मुक्त हो जाता है. मेले में श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए सरकार चाहती है कि शिक्षकों को पुजारियों की ट्रेनिंग दी जाए ताकि इस दिन सभी शिक्षक पुजारियों की तरह मंदिर में पूजा करें और भक्तों को प्रसाद बाटें.