नई दिल्ली: प्राइमरी स्कूल टीचर्स (एमसीडी) के लिए रविवार को आयोजित परीक्षा में कुछ कैंडिडेट्स एग्जाम से वंचित रह गए. रविवार को दिल्ली के सुंदर नगरी सेंटर पर हुई परीक्षा में भ्रम की स्थिति के बाद कुछ कैंडिडेट्स ने आरोप लगाया है कि उनको एग्जाम नहीं देने दिया गया. कैंडिडेट्स ने आरोप लगाए हैं कि दिल्ली सबऑर्डिनेट सर्विसेज सिलेक्शन बोर्ड (डीएसएसएसबी) ने उनके एडमिट कार्ड में एड्रेस ही गलत लिख दिया था, जिसकी वजह से सही टाइम पर सही सेंटर नहीं पहुंच पाए और उनका एग्जाम छूट गया. परीक्षा से वंचित कैंडिडेट्स पूजा यादव का कहना था कि हमारे एडमिट कार्ड में सेंटर का नाम था नई 070 जीजीएसएसएस सुंदर नगरी, गगन सिनेमा के पास. लेकिन सुंदर नगरी में तीन सककारी स्कूल हैं जिसकी वजह से कई कैंडिडेट में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई. जब कैंडिडेट सेंटर पर पहुंचे तो हमको बताया गया कि सेंटर को-एड स्कूल में है. जबकि एडमिट कार्ड में गर्ल्स स्कूल क्यों लिखा था.
इसके बाद भी कैंडिडेट्स ने किसी भी तरह भाग-दौड़ कर को-एड स्कूल पहुंचे तो वहां एंट्री ही नहीं मिली. क्योंकि नियम के हिसाब से 1:30 बजे के पेपर के लिए 12:30 बजे तक ही एंट्री थी, जबकि हम लोग 10 मिनट देरी से सेंटर पहुंचे थे. वही इस मामले में स्कूल के प्रिंसिपल शुरेश चंद्र शाक्या ने कहा कि हाल ही में स्कूल को दो भागों में कर लड़कियों के लिए अलग और लड़कों के लिए अलग-अलग शिक्षा की व्यव्स्था की गई है. प्रिंसिपल ने कहा कि स्कूल पर लगा बोर्ड पुराना था जिसे हटाया जाना था. उन्होंने कहा कि जो लोग एग्जाम नहीं दे पाए हैं या फिर जिन्होंने सेंटर में प्रवेश नहीं मिलने का आरोप लगाया है इसके बावजूद यह स्कूल और डीएसएसएसबी की ओर से गलती है. बता दें कि रविवार को प्राइमरी टीचर्स के इस एग्जाम के लिए 223 सेंटर बनाए गए थे. जिसके लिए 1 लाख से ज्यादा कैंडिडेट्स रजिस्टर्ड थे. इस परीक्षा के बाद प्राइमरी स्कूल के खाली पड़ी 4366 पोस्ट भरी जाएंगी.