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उत्तर प्रदेश सरकार ने वृंदावन और बरसाना को घोषित किया तीर्थ स्थल

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए वृंदावन और बरसाना को तीर्थ स्थल घोषित कर दिया है. इसके साथ ही इन दोनों स्थलों पर अब पूरी तरह से मांस और शराब की खरीदारी व बिक्री पर रोक लगा दिया जाएगा.

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  • October 28, 2017 4:16 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
वृंदावन. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए वृंदावन और बरसाना को तीर्थ स्थल घोषित कर दिया है. इसके साथ ही इन दोनों स्थलों पर अब पूरी तरह से मांस और शराब की खरीदारी व बिक्री पर रोक लगा दिया जाएगा. इस खबर की पुष्टि करते हुए पर्यटन एवं धर्मार्थ कार्य के प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि इस फैसले के लिए प्रस्ताव लाकर एक्ट में संशोधन किया जाएगा. उसके बाद से वृन्दावन और बरसाना में मांस और शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा. और ये दोनों जगह देश के तीर्थस्थल में शामिल हो जाएंगे.
 
अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार के अंर्तगत स्थित मथुरा का क्षेत्र वृंदावन जिसे भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थल माना जाता है.  वहीं बरसाना को देवी राधा का जन्मस्थान है. इसीलिए यूपी सरकार इन स्थलों को बेहद पवित्र मानते हुए इन्हें तीर्थ स्थल का दर्जा देने का फैसला लिया है. मीडिया के अनुसार, यूपी सरकार का मानना है कि ‘भगवान कृष्ण ने गीता का संदेश दिया था. उनकी नगरी में आने वाले पर्यटकों की धार्मिक आस्था को कोई ठेस न पहुंचे. इसलिए इन दो स्थलों को राज्य सरकार द्वारा तीर्थ स्थल घोषित किया गया.’
बता दें बरसाना और वृंदावन में हर साल करोड़ों श्रद्धालु आते हैं. केवल वृंदावन में प्रत्येक वर्ष डेढ़ करोड़ भक्त श्री कृष्ण के दर्शन करने के लिए आते हैं. वहीं बरसाना में 60 लाख से अधिक श्रद्धालु जुटते हैं. वृंदावन मथुरा से 15 किलोमीटर दूरी पर है. यहां पर कई मंदिर हैं, जिनका एतिहासिक और धार्मिक महत्व है. इसी प्रकार बरसाना में ही 5 हजार से ज्यादा मंदिर हैं. गौरतलब है कि इससे पहले देश में वैष्णी देवी, वैष्णो देवी, हरिद्वार, सिरडी साईं बाबा, तिरुपति बालाजी और केदारनाथ बद्रीनाथ बड़े तीर्थस्थल हैं. इसके साथ ही मथुरा भी इस सूची में शामिल था लेकिन मथुरा से 15 किलो दूर वृंदावन को ये दर्जा प्राप्त नहीं था. 
 

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