नजीब केसः ABVP छात्रों ने JNU में की तोड़फोड़, CBI-यूनिवर्सिटी प्रशासन पर लगाया प्रताड़ना का आरोप
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में एक बार फिर शुक्रवार को जमकर हंगामा हुआ. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े छात्रों ने जेएनयू छात्र नजीब अहमद गुमशुदगी मामले में प्रताड़ना से तंग आकर विरोध प्रदर्शन करते हुए कैंपस में जमकर तोड़फोड़ की.
October 27, 2017 2:19 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्लीः जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में एक बार फिर शुक्रवार को जमकर हंगामा हुआ. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े छात्रों ने जेएनयू छात्र नजीब अहमद गुमशुदगी मामले में प्रताड़ना से तंग आकर विरोध प्रदर्शन करते हुए कैंपस में जमकर तोड़फोड़ की. गुस्साए एबीवीपी छात्र नजीब अहमद केस में सीबीआई और जेएनयू प्रशासन द्वारा की जा रही पूछताछ से नाराज चल रहे थे. छात्रों ने आरोप लगाया कि सीबीआई और जेएनयू प्रशासन आए दिन छात्रों को पूछताछ के बहाने प्रताड़ित करते रहते हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रदर्शन कर रहे छात्र यूनिवर्सिटी के डीन उमेश कदम के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे. इसी दौरान कुछ छात्रों ने तोड़फोड़ शुरू कर दी. दिल्ली पुलिस और प्रशासन बामुश्किल छात्रों को काबू में कर पाए. बता दें कि 25 अक्टूबर को नजीब केस की जांच कर रही सीबीआई के कहने पर पटियाला हाउस कोर्ट ने जेएनयू के 9 छात्रों को समन जारी किया था. सीबीआई इन छात्रों का पॉलीग्राफ टेस्ट करवाना चाहती है. 26 अक्टूबर को हॉस्टल वॉर्डन के जरिए उन्हें समन दिया गया. छात्रों का आरोप है कि इस दौरान सीबीआई और दिल्ली पुलिस के अधिकारी जबरन उनके हॉस्टल में घुसे और छात्रों से बदसलूकी भी की.
क्या है मामला
14 अक्टूबर, 2016 को जेएनयू कैंपस के माही-मांडवी हॉस्टल में नजीब की कुछ एबीवीपी छात्रों से झगड़े की बात सामने आई थी. अगली सुबह यानी 15 अक्टूबर को नजीब हॉस्टल से अचानक लापता हो गया था. काफी खोजबीन के बाद भी नजीब का कुछ पता नहीं चला. पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. नजीब की मां की याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट ने केस की जांच सीबीआई को सौंप दी. नजीब का पता बताने वाले को 10 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा. कई बार नजीब को दिल्ली-एनसीआर और अलीगढ़ में देखे जाने की खबरें भी मिलीं हैं. इस केस की जांच में तेजी की मांग कर रहे जेएनयू और जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों ने कुछ दिनों पहले ही सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर ‘चलो हाई कोर्ट’ कैंपेन भी शुरु किया है.