सैलरी में कटौती से नाराज पुलिसवालों का गृहमंत्री राजनाथ सिंह को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ देने से इनकार
सैलरी में कटौती के विरोध में राजस्थान पुलिस के करीब 250 पुलिसकर्मी एक साथ छुट्टी पर चले गए. जोधपुर दौरे पर पहुंचे गृहमंत्री राजनाथ सिंह को भी पुलिसकर्मियों की नाराजगी का सामना करना पड़ा. राजनाथ सिंह को 'गार्ड ऑफ ऑनर' देने के लिए इनमें से 8 जवानों को जाना था, लेकिन ऐन वक्त पर वह सभी छुट्टी पर चले गए.
October 17, 2017 7:22 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
जोधपुरः सैलरी में कटौती के विरोध में राजस्थान पुलिस के करीब 250 पुलिसकर्मी एक साथ छुट्टी पर चले गए. जोधपुर दौरे पर पहुंचे गृहमंत्री राजनाथ सिंह को भी पुलिसकर्मियों की नाराजगी का सामना करना पड़ा. राजनाथ सिंह को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ देने के लिए इनमें से 8 जवानों को जाना था, लेकिन ऐन वक्त पर वह सभी छुट्टी पर चले गए. बाद में दूसरी टीम भेजकर गृहमंत्री को सलामी दिलवाई गई. जोधपुर दौरे पर आए एडीजी एमएल लाठर को भी सिपाहियों के गुस्से का सामना करना पड़ा. सिपाहियों ने एडीजी को भी ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ देने से मना कर दिया था. जिसके बाद तत्काल दूसरी टीम बुलाई गई और एडीजी को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया.
सूबे के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सिपाहियों की सैलरी में कटौती को महज अफवाह बता रहे हैं. जोधपुर के पुलिस कमिश्नर अशोक राठौड़ ने बताया कि सोमवार को करीब 250 पुलिसकर्मी एक साथ छुट्टी पर चले गए. उनकी यह छुट्टी मंजूर नहीं की गई थी. इनमें से कुछ जवानों को गृहमंत्री को सलामी देने की ड्यूटी में लगाया गया था. ऐन मौके पर उन्होंने आने से मना कर दिया. मजबूरन दूसरे पुलिसकर्मियों से गृहमंत्री को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिलवाया गया. राजस्थान के डीजीपी अजीत सिंह ने कहा कि यह गंभीर मुद्दा है, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इस तरह की अनुशासनहीनता को स्वीकार नहीं किया जाएगा.
बता दें कि यह पुलिसकर्मी सैलरी में कटौती की अफवाह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. जयपुर में भी दो कांस्टेबलों ने सिर मुंडवाकर विरोध जताया. बताया जा रहा है कि वर्तमान में उनकी सैलरी 24 हजार रुपये प्रतिमाह है, जिसे राज्य सरकार द्वारा 19 हजार किए जाने की खबर है. हालांकि सूबे के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी इसका खंडन कर चुके हैं. डीजीपी ने आईजी और सभी जिलों के एसएसपी को प्रदर्शन कर रहे सिपाहियों से बात करने को कहा है. गौरतलब है कि हाल ही में असम में एक बिहार निवासी सीआरपीएफ जवान को प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. आरोपी जवान को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.