बेंगलुरु : कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के दक्षिणी उपनगर इजीपुरा में गैस सिलेंडर ब्लास्ट के कारण एक दो मंजिला आवासीय इमारत ढह गई है. इस इमारत में दबने से अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है. घटनास्थल पर पहुंचे कर्नाटक के गृहमंत्री ने पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है. गृहमंत्री के अनुसार मृतकों के परिजनों के 5-5 लाख और घायलों को 50 हजार रुपए के मुआवजा दिया जाएगा. वहीं इमारत के मलवे से एक बच्ची को जिंदा निकाला गया है. बच्ची को भी कड़ी मशक्कत के बाद मलबे से जिंदा निकाला गया. हालांकि बच्ची के परिजनों की मौत हो चुकी है. अब राज्य सरकार ने अनाथ बच्ची को गोद लेने का फैसला किया है. राज्य के गृहमंत्री ने बताया कि सरकार इस अनाथ बच्ची को गोद लेगी और उसका सारा खर्च उठाएगी. बताया जा रहा है कि मारे गए लोगों में से 6 लोग इमारत में रहते थे जबकि एक पड़ोसी था.
कर्नाटक के गृहमंत्री ने बताया कि इमारत के पहले और ग्राउंड फ्लोर पर जो सिलेंडर थे वह खाली थे. इसलिए इस बात की कम उम्मीद है कि इमारत सिलेंडर ब्लास्ट के चलते गिरी है. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सिलेंडर विस्फोट इतना जबरदस्त था कि आसपास के कई घर भी आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. वहीं इस हादसे के बाद से राहत बचाव का काम जारी है और लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है.
मरने वालों में दो महिलाएं भी शामिल थीं. दो मृतकों की पहचान कलावती (68) और रविचंद्रन (30) के तौर पर हुई है. बताया जा रहा है कि इमारत गणेश नामक एक व्यक्ति की थी. उन्होंने बताया कि गणेश ने यह इमारत चार परिवारों को किराये पर दे रखी थी. दो परिवार ग्राउंड फ्लोर, जबकि एक परिवार पहली मंजिल पर रहता था. कलावती और रविचंद्रन पहली मंजिल पर रहते थे. इन दोनों की मौत मौके पर ही हो गयी थी, जबकि दो बच्चे हादसे में घायल हो गए थे. हालांकि वे सुरक्षित हैं. निचले तल पर रह रहे परिवारों के सदस्यों के मलबे में फंसे होने की आशंका है’.