राजधानी में पटाखों पर बैन तो MP के गृहमंत्री ने दिल्ली वालों को दिया दिवाली मनाने का न्योता
राजधानी में पटाखों पर बैन तो MP के गृहमंत्री ने दिल्ली वालों को दिया दिवाली मनाने का न्योता
राजधानी दिल्ली में भले ही सुप्रीम कोर्ट ने पटाखों की बिक्री पर बैन लगा दिया हो लेकिन मध्य प्रदेश सरकार दिल्लीवासियों को जरा भी मायूस नहीं होने देना चाहती है. मध्य प्रदेश के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने दिल्लीवासियों को दिवाली मनाने और पटाखे जलाने के लिए मध्य प्रदेश आने का न्योता दिया है.
October 10, 2017 4:50 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
भोपाल: राजधानी दिल्ली में भले ही सुप्रीम कोर्ट ने पटाखों की बिक्री पर बैन लगा दिया हो लेकिन मध्य प्रदेश सरकार दिल्लीवासियों को जरा भी मायूस नहीं होने देना चाहती है. मध्य प्रदेश के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने दिल्लीवासियों को दिवाली मनाने और पटाखे जलाने के लिए मध्य प्रदेश आने का न्योता दिया है. दिल्ली वालों को आमंत्रित करते हुए गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘मध्य प्रदेश में लोगों को दीवाली पर पटाखे जलाने की पूरी आजादी है. उमंग के साथ दीवाली मनाइए, दिल्ली के मित्रों को भी आमंत्रित कीजिए.’
एक अन्य ट्वीट में सिंह ने लिखा, ‘उमंग, आवेग, उत्साह, जोश, सहित प्रफुल्लता से दीवाली मनाएं, मध्यप्रदेश सरकार पूरे वर्ष पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करती है, किसी एक दिन नहीं.’ गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह के ट्वीट पर कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाएं दीं. कुछ लोगों ने सिंह के आमंत्रण पर सहमति जताई तो कुछ लोगों ने उनके बयान पर चुटकी ली.
मध्यप्रदेश में पटाखे जला कर दीवली मनाने की पूरी स्वतंत्रता है।उमंग के साथ दीवाली मनाइये, दिल्ली के मित्रों को भी म प्र आमंत्रित कीजिए।
मध्य प्रदेश के पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में भी पटाखों पर लगे बैन के बारे में लिखते हुए एक ट्विटर यूजर ने गृहमंत्री से छत्तीसगढ़ वासियों को भी बुलावे का निवेदन किया. कथित यूजर ने लिखा कि दिवाली के जश्न में छत्तीसगढ़ के लोगों को भी आमंत्रण दे दीजिए. इसके जवाब में सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि दिवाली मनाने के लिए छत्तीसगढ़ के सभी मित्रों का भी मध्य प्रदेश में हार्दिक स्वागत है.
बीते सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने वायु प्रदूषण के एहतियातन दिल्ली में पटाखों की बिक्री पर 1 नवंबर तक रोक लगा दी है. जिसके बाद कई लोगों ने सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का स्वागत किया तो कुछ लोगों ने इस पर नाराजगी जताई. जाने-माने लेखक चेतन भगत ने फैसले से नाखुशी जाहिर करते हुए ट्विटर पर एक के बाद एक कई ट्वीट किए.
चेतन ने लिखा, हिंदुओं के त्योहारों पर ही रोक क्यों? क्या आने वाले दिनों में बकरीद पर बकरियों और मुहर्रम पर होने वाले खून-खराबे पर भी रोक लगेगी? उन्होंने लिखा, ‘बिना पटाखों के बच्चों के लिए दिवाली का क्या मतलब है?’ अपनी नाखुशी जाहिर करते हुए चेतन भगत ने प्रदूषण नियंत्रण करने के लिए कई सुझाव भी दिए. उन्होंने कहा कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट की हालत सुधारना भी प्रदूषण पर लगाम लगाने का एक बढ़िया विकल्प हो सकता है. उन्होंने लिखा, ‘नए विचारों के साथ आइए, बैन के साथ नहीं.’