चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हनीप्रीत की गिरफ्तारी को लेकर पंजाब पुलिस पर सवाल खड़े किए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि हनीप्रीत की गिरफ्तारी के मामले में पंजाब पुलिस की भूमिका संदिग्ध जान पड़ती है. पंजाब पुलिस ने हनीप्रीत के फरार रहने के दौरान उसकी मदद की और उसकी जानकारी होते हुए भी हरियाणा पुलिस को जानकारी नहीं दी.
सीएम खट्टर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हनीप्रीत बठिंडा में छुपी थी. ऐसे में यह तय है कि पंजाब पुलिस को कहीं ना कहीं उसकी जानकारी थी लेकिन पंजाब पुलिस ने हरियाणा पुलिस से जानकारी साझा नहीं की. इससे ऐसा लगता है कि दाल में कुछ काला है. पंजाब पुलिस ने हनीप्रीत को बचाने की कोशिश की. सीएम खट्टर ने कहा कि गुरुवार को हरियाणा पुलिस पंजाब गई है. जांच के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगी.
पंजाब सरकार ने सीएम खट्टर के आरोपों का खंडन करते हुए इन्हें बेबुनियाद बताया. गौरतलब है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री के बयान से साफ है कि कहीं न कहीं अब इस मामले में दो राज्यों के बीच सियासत शुरू हो गई है. कांग्रेस शासित पंजाब राज्य की पुलिस पर निशाना साधकर मनोहर लाल खट्टर ने खुद इसकी शुरूआत कर दी है.
बता दें कि बीते 25 अगस्त को डेरा प्रमुख राम रहीम को साध्वियों से रेप का दोषी ठहराए जाने के बाद से हनीप्रीत फरार चल रही थी. 38 दिनों तक फरार रहने के बाद मंगलवार को हरियाणा पुलिस ने हनीप्रीत को गिरफ्तार किया था. सात राज्यों और दो देशों की पुलिस हनीप्रीत की तलाश कर रही थी. हनीप्रीत पर राम रहीम को कोर्ट से भगाने की साजिश रचने का आरोप है. 25 अगस्त को सीबीआई कोर्ट द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद सुरक्षाबलों ने इस साजिश को नाकाम कर दिया था.