देश की राजधानी दिल्ली में जहां पूरे साल आम नागरिक ट्रैफिक का हर नियम मानने के लिए बाध्य हैं वहीं सावन के महीने में कांवरियों को ट्रैफिक के सारे नियमों को दरकिनार करते हुए देखा जा सकता है.
नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली में जहां पूरे साल आम नागरिक ट्रैफिक का हर नियम मानने के लिए बाध्य हैं वहीं सावन के महीने में कांवरियों को ट्रैफिक के सारे नियमों को दरकिनार करते हुए देखा जा सकता है.
गाड़ियों की छत और खिड़कियों से बाहर निकलते कांवरियें हाथों में डंडे और हॉकी लिए दूसरी गाड़ियों को ना सिर्फ ऑवरेटक करते हैं बल्कि उनके हाथ से हिलते हुए डंडे काफी कुछ कह जाते हैं. दिलचस्प बात है कि गाड़ियों की छतों पर यात्रा करने वाले कांवरियां अपने हाथों में तिरंगा लेते हुए कानून का ही पालन नहीं कर रहे हैं.
अपने लिए और दूसरों के लिए भी खतरा बन रहे कांवरियों को दिल्ली पुलिस इनको रोकने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है. दिल्ली की किसी भी सड़क पर निकलकर आप गाड़ियों में डीजे की धुन पर नाचते -गाते और हंगामा करते हुए कांवरियों को देख सकते हैं. 15 अगस्त के आस-पास इस तरह की ढिलाई सुरक्षा में एक बड़ी चूक मानी जा रही है.