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बोर्ड परीक्षा में आंसर शीट पर लिख आया पोर्न, टीचर ने कर दिया पास

गुजरात के राजकोट में बोर्ड परीक्षा की आंसरशीट चेक करने में लापरवाही का एक अनोखा मामला सामने आया है. 12वीं कक्षा के एक छात्र ने अपनी कॉपी में एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय और रानी मुखर्जी के साथ अपनी फैंटसी की बातें लिख डालीं. मजेदार बात यह कि ये सब लिखने के बावजूद टीचर ने उसे पासिंग मार्क्स भी दे दिए. मामले के तूल पकड़ते ही उसकी कॉपी को री-चेक किया गया. छात्र के अंकों में कटौती के बाद वह फेल हो गया.

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  • September 29, 2017 9:23 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
राजकोटः गुजरात के राजकोट में बोर्ड परीक्षा की आंसरशीट चेक करने में लापरवाही का एक अनोखा मामला सामने आया है. 12वीं कक्षा के एक छात्र ने अपनी कॉपी में एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय और रानी मुखर्जी के साथ अपनी फैंटसी की बातें लिख डालीं. मजेदार बात यह कि ये सब लिखने के बावजूद टीचर ने उसे पासिंग मार्क्स भी दे दिए. मामले के तूल पकड़ते ही उसकी कॉपी को री-चेक किया गया. छात्र के अंकों में कटौती के बाद वह फेल हो गया.
 
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, छात्र ने अपने इकनॉमिक्स के पेपर में सवालों के जवाब लिखने के बजाए अपशब्दों का इस्तेमाल किया था. उसने बॉलीवुड एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय और रानी मुखर्जी के साथ अपनी कल्पनाओं से जुड़ी अश्लील बातें लिखीं थीं. यह सब लिखने के बावजूद छात्र को पासिंग मार्क्स (36 अंक) मिल गए और वह पास हो गया.
 
मामले का खुलासा होने के बाद केस की जांच के आदेश दिए गए. वहीं जिस शिक्षक ने कॉपी चेक की थी उस पर एक हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है. मामले के खुलासे के बाद कॉपी री-चेक की गई और अपशब्द और अश्लील बातें लिखने के लिए उसके 22 अंक घटा दिए गए. बाकी जवाबों के लिए उसे 14 अंक मिले और वह फेल हो गया.
 
बोर्ड के पूर्व सचिव ने इस बारे में कहा कि इस मामले में साफ पता लगता है कि पेपर चेक करने वाले शिक्षक ने कॉपी में लिखे गए उत्तर पढ़े ही नहीं थे. ऐसी लापरवाही शिक्षा के स्तर को खराब करती है. गुजरात सेकेंड्री एंड हायर एजुकेशन बोर्ड के वाइस-चेयरमैन आर.आर. ठक्कर ने बताया कि इस साल कॉपी चेक करने के मामले में लापरवाही बरतने को लेकर करीब एक हजार शिक्षकों पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है.
 
ठक्कर कहते हैं कि शिक्षकों ने ज्यादातर गलतियां मार्क्स के कुल जोड़ में की हैं. कई बार ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जब शिक्षकों ने उन छात्रों को 49 अंक दे दिए जिन्होंने सिर्फ 18 अंक स्कोर किए है, या फिर जिसने 40 अंक स्कोर किए उसे 81 अंक दे दिए गए. ठक्कर ने कहा इस प्रकार की लापरवाही छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर सकती है.

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