नई दिल्ली: भागती-दौड़ती दिल्ली में कई बार कुछ ऐसी घटनाएं सामने आ जाती हैं जो आपको भीतर तक हिलाकर रख देती है. ऐसा ही कुछ हुआ दिल्ली के पूसा इलाके में जहां इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ पूसा के रिटायर्ड साइंटिस्ट का शव उनके घर पर मिला. पुलिस को डॉ. यशवीर का शव उनके घर में बहुत ही खराब हालत में मिला. बॉडी में कीड़े लग गए थे. पुलिस के मुताबिक बॉडी को देखकर लग रहा है कि ये शव करीब एक हफ्ते पुराना है.
डॉ. यशवीर अपने एक भाई और एक बहन के साथ उसी घर में रहते थे. पुलिस के मुताबिक तीनों भाई-बहनों ने शादी नहीं की थी. डॉ. यशवीर के भाई और उनकी बहन की मानसिक हालत भी ठीक नहीं लग रही है. घर से बदबू की शिकायत मिलने के बाद पुलिस जब छानबीन के लिए पहुंची तो डॉ. यशपाल के भाई ने घर का दरवाजा ही नहीं खोला. काफी मशक्कत के बाद जब दरवाजा खोला गया तो टूटी हुई फोल्डिंग पर प्रोफेसर का शव पड़ा हुआ था जो गलना शुरू हो गया था. उसमें कीड़े लग गए थे. पुलिस ने बॉडी को कब्जे में ले लिया है और उनके मानसिक पीड़ित भाई बहन को इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन बिहेवियर एंड साइंस भेज दिया है.
पड़ोसियों के मुताबिक प्रोफेसर के भाई और बहन किसी से बात नहीं करते थे और घर के अंदर ही रहना पसंद करते थे. पुलिस के मुताबिक मानसिक रूप से बीमार प्रोफेसर के भाई बहन को शायद ये अंदाजा भी नहीं लगा कि उनके भाई की मौत हो चुकी है. शुरूआती जानकारी के मुताबिक प्रोफेसर ने रिटायरमेंट के 30 महीने बाद तक ना तो उन्होंने पैंशन लिया और ना ही अपना ग्रैजुटी का पैसा लिया.