पटना. मधेपुरा में सोमवार को मुरलीगंज पुलिस थाने के टिंकानवान गांव में बड़ी संख्या में कथित गायों के शव को नहर में तैरते पाए जाने के बाद से माहौल तनावपूर्ण है. सांप्रदायिक तनाव के मद्देजनर बिहार में कोसी और पूर्णिया डिवीजनों के सात जिलों में इंटरनेट सेवाएं चौथे दिन भी सस्पेंड हैं.
अररिया से मधेपुरा तक मवेशियों के शव मिलने को लेकर उपजे तनाव मद्देनजर फिलहाल उस इलाके के सात जिलों अररिया, मधेपुरा, सुपौल, पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार और सहरसा में पिछले चार दिनों से इंटरनेट सेवाएं बंद हैं.
इलाके में किसी तरह की स्थिति से निपटने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और जिला पुलिस के सुरक्षा कर्मियों के दल मुरलीगंज में डेरा डाले हुए हैं. प्रिंसिपल सेक्रेटरी अमिर सुभानी के मुताबिक, मुरलीगंज में स्थिति पूरी तरह से सामान्य है.
हालांकि, अभी ये स्पष्ट नहीं है कि जितने भी मवेशियों के शव मिले हैं, वो सांड़ के हैं या गाय की. पुलिस अभी इस मामले की जांच कर रही है.
प्रशासन का कहना है कि इस मुद्दे पर सोशल मीडिया में ज्यादा अफवाह न फैलें इसलिए यह कदम उठाया गया है. राज्य पुलिस का मानना है कि आजकल स्थिति बिगाड़ने में सोशल मीडिया के माध्यम से फैली अफवाहों की बड़ी नकारात्मक भूमिका होती है.
बता दें कि सोमवार को शवों के होने की बात फैलने के बाद गौरक्षक बड़ी संख्या में घटनास्थल पर एकट्ठा हो गये और इस गाय के मारे जाने का विरोध करने लगे. इतना ही नहीं, लोगों ने टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया और इसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की थी.