अहमदाबाद: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए कम कस ली है. पार्टी की तैयारियों का जायजा ले ने के लिए गुजरात दौरे पर पहुंचे. यहां वे साबरमती के किनारे पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने टिकट देने को लेकर भी चर्चा की और कहा कि जो लोग जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं उन्हें ही टिकट दिया जाएगा.
सभा खत्म होने के बाद राहुल गांधी मीडिया से भी बात किए. कई सारे सवालों का जवाब दिया. राहुल गांधी ने नोटबंदी के एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि पीएम को 500 और 1000 रुपए का नोट अच्छा नहीं लगा, किसी से पूछे नहीं, किसी को बताए भी नहीं. नोटबंदी कर दी. आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम ने अपने किताब में बताया है कि नोटबंदी से नुकसान होगा. इसके बाद भी नोटबंदी लागू कर दी गई. राहुल गांधी ने कहा कि नोटबंदी से आतंकवाद को चोट लगी मगर आतंकवाद बढ़ भी गया है. आखिर नोटबंदी का लक्ष्य क्या था?
राहुल गांधी ने कहा कि नोटबंदी छोटे व्यापारियों और किसानों पर आक्रमण था. लाखों के व्यापार ठप हो गए. दो फीसदी जीडीपी गिर गई है. जीएसटी पर बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जीएसटी की सोच कांग्रेस की थी मगर एनडीए की जीएसटी से अलग थी. हमने 18 फीसदी की लिमिट की बात कही थी. हमने धीरे धीरे लागू करने को कहा मगर सरकार नहीं मानी.
राहुल गांधी ने टिकट के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि टिकट उसी को मिलेगा जो जमीन का कार्यकर्ता होगा. जबकि पार्टी के कुछ नेता अपने ही पार्टी को हराने के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि हम ऐसे लोगों को पार्टी में जगह नहीं देंगे. कांग्रेस सरकार में आती है तो छोटे उद्योगों को बड़ा कर रोजगार लाएगी सरकारी नौकरियों में जगह दी जाएंगी.