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यूपी विधानसभा में मिले पदार्थ को विस्फोटक बताने वाले लैब निदेशक सस्पेंड

पिछले दिनों यूपी विधानसभा में मिले संदिग्ध पदार्थ को विस्फोटक बताने वाले फॉरेंसिक साइंस लैब के निदेशक डॉ. श्याम बिहारी उपाध्याय को निलंबित कर दिया गया है.

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  • September 4, 2017 1:05 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
लखनऊ: पिछले दिनों यूपी विधानसभा में मिले संदिग्ध पदार्थ को विस्फोटक बताने वाले फॉरेंसिक साइंस लैब के निदेशक डॉ. श्याम बिहारी उपाध्याय को निलंबित कर दिया गया है. दरअसल कुछ दिन पहले यूपी विधानसभा में संदिग्ध पदार्थ मिलने से हड़कंप मच गया था. कहा जा रहा था कि ये संदिग्ध खतरान विस्फोटक (PENT) है. डॉ. उपाध्याय को गलत रिपोर्ट देने के आरोप में निलंबित किया गया है. 
 
दरअसल इस मामले की जांच कर रही एनआईए ने जब हैदराबाद में इस संदिग्ध पदार्थ की जांच कराई तो पता चला कि कोई विस्फोटक नहीं बल्कि सिलिकॉन ऑक्साइड है. हालांकि इससे पहले यूपी पुलिस ने ही मान लिया था कि विधानसभा में मिला संदिग्ध पाउडर टीईटीएन नहीं है. 
 
गौरतलब है कि यूपी विधानसभा में 14 जुलाई को संदिग्ध पाउडर मिलने से हफरा-तफरी मच गई थी. यूपी विधानसभा में संदिग्ध पाउडर मिलने के बाद खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आतंकी साजिश की आशंका जताई थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए एनआईए को मामले की जांच सौंपी गई थी. 
 
 
इससे पहले उत्तर प्रदेश विधानसभा में मिले पदार्थ (PETN) के विस्फोटक ना होने की मीडिया में रिपोर्ट्स आने के बाद राज्य के मुख्य गृह सचिव ने सफाई दी थी. उन्होंने कहा था कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आगरा फॉरेंसिक लैब में इस पदार्थ की जांच की गई है तो यह साफ किया जाता है कि आगरा में टेस्टिंग के लिए कोई पदार्थ भेजा ही नहीं गया.
 
मुख्य गृह सचिव ने कहा था कि, ‘मीडिया रिपोर्ट्स हैं कि विधानसभा में पाया गया पदार्थ FSL आगरा में टेस्ट करने पर PTEN नहीं निकला. यह साफ किया जाता है कि आगरा में टेस्टिंग के लिए कोई पदार्थ नहीं भेजा गया था क्योंकि उनके पास टेस्ट करने के लिए पर्याप्त मशीनें, आदि नहीं हैं.’
 

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