मुंबई : महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में हुई भारी बारिश की वजह से जन जीवन अस्त व्यस्त हो चुका है. तेज बारिश मुंबई के लोगों के लिए मुसीबत और तकलीफों का सबब बन कर आई है. मुंबई की बारिश की वजह से ही 13 साल की एक रेप पीड़िता का मेडिकल परीक्षण तक नहीं हो सका.
सुप्रीम कोर्ट ने मुंबई स्थित सर जेजे ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल के मेडिकल बोर्ड को गर्भपात के लिए परीक्षण कर रिपोर्ट देने को कहा था, लेकिन भारी बारिश की वजह से मेडिकल बोर्ड परीक्षण नहीं करा सका.
गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में बताया गया कि बरसात के चलते बच्ची का मेडिकल परीक्षण नहीं हो पाया है. अब ये परीक्षण दो सितंबर को किया जाएगा. सुप्रीम कोर्ट अब पांच सितंबर को इस मामले में सुनवाई करेगा. बच्ची ने 30 हफ्ते के गर्भ का गर्भपात कराने की अर्जी दाखिल की है.
क्या है मामला ?
बता दें कि मुंबई में 13 साल की एक बच्ची ने सुप्रीम कोर्ट में 30 माह के गर्भ का गर्भपात कराने के लिए अर्जी दाखिल की है. भारतीय कानून के हिसाब से 20 माह से ज्यादा के गर्भ का गर्भपात तभी कराया जा सकता है जब मां की जान को खतरा हो.
पीड़िता के माता-पिता को बेटी के गर्भवती होने का पता उस वक्त चला जब उन्होंने अपनी बेटी का पेट बढ़ता देख डॉक्टर के पास उसे ले गए. वहां उन्हें पता चला कि उनकी बेटी गर्भवती है. बता दें कि पीड़िता ने पिता के दोस्त पर रेप का आरोप लगाया है.