गोरखपुर. पिछले दिनों गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से मासूम बच्चों की मौत का मामला अभी थमा भी नहीं था कि एक बार फिर से बच्चों की मौत का बड़ा मामला सामने आया है. बीआरडी मेडिकल कॉलेज में पिछले 48 घंटे में इंसेफलाइटिस की वजह से 7 बच्चों की मौत हो गई है.
ऐसा लग रहा है कि इस अस्पताल में बच्चों की मौत का मामला थमने का नाम ही नहीं ले रही है. ऐसा पहली बार नहीं है कि इंसेफलाइटिस की वजह से इस अस्पताल में पहली बार मौत की बात सामने आई है. इससे पहले भी इंसेफलाइटिस की वजह से कई बच्चों की मौत की खबरें आ चुकी हैं.
इससे पहले मंगलवार को ही यूपी एसटीएफ ने गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल राजीव मिश्रा और उनकी पत्नी पूर्णिमा शुक्ला को कानपुर से गिरफ्तार कर लिया. गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में हुई बच्चों की मौत के बाद दोनों पिछले काफी वक्त से फरार चल रहे थे.
आरोपी पूर्व प्रिंसिपल राजीव मिश्रा और पूर्णिमा शुक्ला लगातार अपना ठिकाना बदल रहे थे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दोनों कानपुर के एक नामी वकील के वहां छिपे हुए थे. एसटीएफ अधिकारियों की मानें तो इस मामले में वकील के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई हो सकती है.
बता दें कि गोरखपुर हादसे में कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज है. बीआरडी मेडिकल कॉलेज में हुई बच्चों की मौत के मामले में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में चार सदस्यीय टीम गठित की गई थी. उनकी रिपोर्ट के आधार पर कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल राजीव मिश्र, उनकी पत्नी और इंसेफलाइटिस वार्ड के इंचार्ज डॉ. कफील खान समेत 9 लोगों के खिलाफ केस मुकदमा दर्ज हुआ है.