गुड़िया मर्डर केस की जांच करने वाली SIT की टीम को ही CBI ने कर लिया गिरफ्तार

कोटखाई गैंगरेप और मर्डर मामले में सीबीआई ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. सीबीआई ने इस मामले की शुरुआती जांच करने वाली पुलिस की पूर्व एसआईटी के प्रमुख आईजी जहूर जैदी समेत आठ अफसरों को गिरफ्तार कर लिया है.

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गुड़िया मर्डर केस की जांच करने वाली SIT की टीम को ही CBI ने कर लिया गिरफ्तार

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  • August 29, 2017 1:17 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
शिमला. गुड़िया मर्डर केस मामले में सीबीआई ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. सीबीआई ने इस मामले की शुरुआती जांच करने वाली पुलिस की पूर्व एसआईटी के प्रमुख आईजीपी जहूर जैदी और उनकी टीम के सात अफसरों को गिरफ्तार कर लिया है.
 
हिमाचल प्रदेश के आईजीपी जैदी के अलावा डीएसपी मनोज जोशी, एसएचओ राजेंद्र सिंह, एएसआई दीप चंद, एक कांस्टेबल रंजीत सिंह व तीन हेड कांस्टेबल सूरत सिंह, मोहन लाल, रफीक अली को भी गिरफ्तार किया गया है. इन सभी को कोटखाई थाने में हिरासत में रखे गये आरोपी सूरज की हत्या के आरोप में सभी को गिरफ्तार किया गया है. 
 
बता दें कि गुड़िया गैंगरेप और मर्डर केस मामले में हिमाचल प्रदेश सरकार ने एसआईटी का गठन किया था, जिसकी कमान आईजी जैदी को सौंपी गई थी. इस मामले की जांच में शुरू से ही गड़बड़ी की भनक थी, यही वजह है कि सीबीआई ने एसआईटी की उस पूरी टीम को ही गिरफ्तार कर लिया है. इनके ऊपर ये भी आरोप है कि इन लोगों ने मामले में सबूतों से छेड़छाड़ की थी. 
 
 
गिरफ्तार टीम को मंगलवार को ही शिमला के कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन सभी को 4 सितंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. इस मामले में शुरू से ही पुलिस की लापरवाही सामने आ रही थी. इस मामले में प्रदेश सरकार हाईकोर्ट भी पहुंची और मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की. .
 
19 जुलाई 2017 को हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट की ओर से दिये गये आदेश के बाद सीबीआई ने टीम गठित कर दो केस रजिस्टर किये थे. एफआईआर नंबर 97 के तहत धारा 302 और 376 और पोक्सो एक्ट के सेक्शन 4 के तहत कोटखाई पुलिस स्टटेशन में गैंगरेप और हत्या के मामले में दर्ज किया गया था. दूसरा मामला 302 के तहत कस्टडी में आरोपी सुरज की मौत के सिलसिले में दर्ज किया गया था, जिसका एफआईआर नंबर 101 है.  
 
बता दें कि चार जुलाई को कोटखाई के छात्रा स्कूल से लौटते वक्त लापता हो गई थी. इसके बाद छह जुलाई को कोटखाई के जंगल में बिना कपड़ों के उसकी लाश मिली थी. छात्रा की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी.
 
 
हिमाचल प्रदेश पुलिस ने इस मामले में प्रारंभ में 6 आरोपी को गिरफ्तार किया था. जिनमें से एक आरोपी जिसका नाम सूरज था, वो पुलिस की कस्टडी में मर गया था, जिसका आरोप उसी टीम पर है जिसे गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि राजू की सूरज से बहस हुई और उसके बाद राजू ने उसकी हत्या कर दी.

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