श्रीनगर: पिछले दिनों कश्मीर की एक युवती ने पत्थरबाजों के खिलाफ आवाज उठाई थी. अब उस युवती को धमिकयां दी जा रही है. उसे सोशल साइट्स और दूसरे तरीकों से धमकाया जा रहा है. कश्मीर घाटी में आतंकवाद और अलगाववाद के गढ़ साउथ कश्मीर के एक कॉलेज में पढ़ने वाली इस बहादुर लड़की ने खुलकर उन अलगाववादी नेताओं और उनके जैसी सोच रखने वालों को करारा जवाब दिया था.
जम्मू में एनसीसी कैडेट कोर्स के 10 दिन के टूर पर आई अंजना की डिग्री कॉलेज की छात्रा अनीशा ने कहा था कि अगर वह लोग सच में आजादी चाहते हैं तो उन्हें यहां आकर देखना चाहिए. उसने कहा था कि भारत में असली आजादी है बाकी पत्थर के जरिए आजादी पाने का ख्वाब देखने में कुछ नहीं रखा है.
अनीशा के इस बयान पर राज्य के उपमुख्यमंत्री डॉक्टर निर्मल सिंह ने भी कहा कि असल में यह कश्मीर के युवाओं की सोच है जो भारत के साथ जुड़कर आगे बढ़ना चाहते हैं. तरक्की करना चाहते हैं लेकिन कुछ लोग पाकिस्तान के इशारे पर उन्हें भ्रमित करने की कोशिश करते हैं.
डिप्टी सीएम निर्मल सिंह ने आगे कहा था कि केंद्र सरकार ने अलगाववाद पर विराम लगाने की कोशिश की है. एक के बाद एक एनआईए की रेड उन अलगाववादियों पर की जा रही है जिनका लिंक सीधे तौर पर टेरर फंडिंग से जुड़ा हुआ है. डिप्टी सीएम ने कहा कि सिर्फ अनीशा नहीं बल्कि ऐसे हजारों युवा कश्मीर घाटी में हैं जो तरक्की की राह पर आगे बढ़ना चाहते हैं.
अनीशा की तारीफ करते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि अनीशा ने जिस तरह से अपने जज़्बात सामने रखे हैं वह काबिले तारीफ है. अनीशा के इस बयान के बाद सोशल मीडिया में उसे काफी कुछ झेलना भी पढ़ रहा है सोशल मीडिया पर उसे भद्दी भद्दी गालियां दी जा रही हैंस, जिस पर डिप्टी सीएम का कहना है कि देश का कानून हमेशा देशभक्त लोगों के साथ है और उन्हें पूरी सुरक्षा दी जाएगी.